भारत को यहां सबिना पार्क मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी मिली. दोनों टीमों के लिए पहला सत्र मिला जुला रहा.
लोकेश राहुल ने दो अच्छे शॉट्स की मदद से दो चौके मारे. वह अपनी पारी को आगे ले जा पाते इससे पहले होल्डर की ऑफ स्टम्प पर पटकी गेंद बरीकी से स्विंग लेकर राहुल के बल्ले का किनारा लेकर मैच से टेस्ट में पदार्पण कर रहे रखीम कोर्नवॉल के हाथों में चली गई.
कोर्नवॉल ने ही चेतेश्वर पुजारा को छह के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजा. पुजारा गेंद को पंच करने गए और गेंद गली में खड़े शर्माह ब्रूक्स के हाथों में चली गई. कोर्नवॉल ने अपनी स्पिन से मयंक और खासकर कप्तान विराट कोहली को परेशान किया और कई बार गेंद कोहली केपैड पर मारी. एक बार विंडीज ने रिव्यू भी लिया लेकिन सफलता नहीं मिली.
कोहली ने 16वीं गेंद पर दो रन लेकर अपना खाता खोला. हालांकि दूसरे सत्र में कोहली ने अपने पैर जमा लिए हैं और वह आसानी से गेंदबाजों को खेल रहे हैं. मयंक और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 69 रनों की साझेदारी हुई.
इसके बाद दूसरे सत्र में कप्तान विराट कोहली और रहाणे के बीच अच्ची साझेदारी हुई.
भारत ने दूसरे सत्र में सिर्फ एक विकेट गंवाया. यह विकेट सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का था जिन्होंने 127 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 55 रन बनाए. मयंक को 115 के कुल स्कोर पर जेसन होल्डर ने आउट किया.
कोहली ने मयंक के जाने के बाद अपना अर्धशतक पूरा किया. लेकिन दिन के खेल के आखिरी सेशन में भारतीय टीम को एक नहीं बल्कि दो-दो सबसे बड़े झटके लगे. कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान अजिंक्ये रहाणे दोनों ही दिन के आखिरी सेशन में अपना विकेट गंवा बैठे.
चाय के बाद पहले उप-कप्तान और पिछले मैच के शतकवीर अजिंक्ये रहाणे 24 रन बनाकर कीमार रोच की गेंद पर चलते बने. इसके बाद कप्तान कोहली ने हनुमा विहारी के साथ टीम के स्कोर को 200 रनों के पार पहुंचाया. लेकिन 200 रन पार करते ही कप्तान भी एक बार फिर अपने शतक से चूक गए.
विराट कोहली 163 गेंदों में 76 रन बनाकर विंडीज़ के कप्तान जेसन होल्डर की गेंद पर कैच थमा बैठे. कोहली ने अपनी पारी में कुल 10 चौके लगाए.
लेकिन 202 के स्कोर पर पांचवा विकेट गिरने के बाद हनुमा विहारी और रिषभ पंत ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई अन्य विकेट नहीं गिरने दिया.