भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच एंटिगा में खेले जा रहे दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ के दूसरे दिन भारत की पारी 297 रनों पर सिमट गई है. नॉर्थ साउंड के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेले जा रहे मैच के दूसरे दिन रविन्द्र जडेजा के 11वें टेस्ट अर्धशतक और इशांत शर्मा के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की मदद से भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहा.


भारतीय टीम ने दूसरे दिन के खेल की शुरुआत 203 रनों के स्कोर पर 6 विकेट से आगे. रिषभ पंत, रविन्द्र जडेजा के साथ पारी को आगे बढ़ाने के लिए उतरे लेकिन पारी के 71वें ओवर में आज के दिन खेल में महज़ 4 रन जोड़ने के बाद ही पंत केमार रोच की गेंद पर जेसन होल्डर को कैच थमाकर वापस पवेलियन लौट गए. रिषभ पंत ने 47 गेंदों पर 24 रनों की पारी खेली, उन्होंने अपनी पारी में 4 चौके भी लगाए.

पंत के विकेट के गिरने के बाद अब पूरी जिम्मेदारी रविन्द्र जडेजा ने अपने ऊपर ले ली, उन्होंने इसके बाद इशांत शर्मा के साथ शानदार 60 रनों की साझेदारी कर भारत को पहले 250 रनों के पार पहुंचाया और वेस्टइंडीज़ के लिए काम आसान नहीं होने दिया.

लेकिन 267 के स्कोर पर इशांत शर्मा संयम खो बैठे और शैनन गबरैल की एक अच्छी गेंद पर बोल्ड हो गए. इशांत ने 62 गेंदों पर 19 रनों की एक अहम पारी खेली. 267 के स्कोर पर इशांत के विकेट के बाद मोहम्मद शमी तो खाता भी नहीं खोल सके और पहली ही गेंद पर रोस्टन चेज़ को कैच थमा बैठे.

अब भारतीय टीम का स्कोर 267 पर 9 विकेट हो चुका था, ऐसे में रविन्द्र जडेजा ने तेज़ प्रहार करना शुरु किया और आखिरी विकेट के लिए भी जसप्रीत बुमराह के साथ 30 रनों की अहम साझेदारी कर टीम को 300 रनों के करीब 297 रनों तक पहुंचा दिया. इस दौरान उन्होंने अपने टेस्ट करियर का 11वां अर्धशतक भी पूरा किया.

लेकिन आखिर में वो और अधिक रन बनाने की कोशिश में विंडीज़ कप्तान जेसन होल्डर की गेंद पर विकेटकीपर शाई होप को कैच थमाकर 58 रनों पर आउट हो गए. जडेजा ने अपनी 112 गेंदों की पारी में 6 चौके और 1 छक्का लगाया.

वेस्टइंडीज की ओर से केमार रोच ने चार, शेनन गेब्रियल ने तीन, रोस्टन चेज ने दो और कप्तान जेसन होल्डर ने एक विकेट अपने नाम किया.

इससे पहले, पहले दिन के खेल में भारत ने अजिंक्य रहाणे (81) के करियर के 18वें अर्धशतक की मदद से पहली पारी में छह विकेट पर 203 रन बना लिए थे.

पहले दिन टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने लंच तक 68 रन के अंदर अपने तीन विकेट गंवा दिए थे. लंच के बाद चायकाल तक उसका स्कोर चार विकेट पर 134 रन था.

चायकाल के बाद अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी की उपयोगी पारी ने भारत को 200 रनों तक पहुंचने में मदद की.

रहाणे ने 163 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 81 रन की पारी खेली. उन्होंने इस दौरान अपने करियर का 18वां अर्धशतक पूरा किया. रहाणे शुरुआत में 30 गेंदों पर केवल एक रन बनाकर खेल रहे थे लेकिन लगातार विकेट गिरने के बाद उन्होंने भारत को कुछ स्थिरता प्रदान की.

रहाणे ने पहले तो लोकेश राहुल के साथ चौथे विकेट के लिए 68 और फिर हनुमा विहारी के साथ पांचवें विकेट के लिए 82 रन की साझेदारी कर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया.

रहाणे के अलावा राहुल ने 97 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 44, विहारी ने 56 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 32 रन बनाए. मयंक अग्रवाल ने पांच, चेतेश्वर पुजारा ने दो और कप्तान विराट कोहली ने दो रनों का योगदान दिया.