India vs Australia 2nd Test, Cameron Green: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. इस सीरीज में भारतीय टीम 1-0 से आगे चल रही है. अब इस सीरीज का दूसरा मुकाबला 17 फरवरी से दिल्ली में खेला जाएगा. इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्टार ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन की वापसी को लेकर संशय बरकरार है. ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी तक यह फाइनल नहीं कर पाई है कि ग्रीन की वापसी दूसरे टेस्ट में हो पाएगी या नहीं.
ग्रीन की वापसी पर संशय बरकरार
ऑस्ट्रेलिया के स्टार आलराउंडर कैमरून ग्रीन चोट से जूझ रहे थे. हालांकि उन्होंने अब बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग तीनों की प्रैक्टिस शुरू कर दी है. लेकिन टीम मैनेजमेंट उनकी वापसी में कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती है. ग्रीन उंगली की चोट से उबर रहे हैं और टीम मैनेजमेंट को इस बात पर संदेह है कि वह फील्डिंग कर सकते हैं और पूरे जोश के साथ गेंदबाजी भी कर सकते हैं.
बता दें कि दिल्ली पहुंचने से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ने नागपुर में ही एक ऑप्शनल प्रैक्टिस सेशन का आयोजन किया था. इसमें ग्रीन ने बैटिंग, बॉलिंग और एक छोटा सा फील्डिंग ड्रील भी लिया था. हालांकि मैनेजमेंट के संदेह को देखते हुए अभी उन्हें 100 फीसदी फिट नहीं माना जा सकता है. ऐसे में कैमरून ग्रीन की वापसी को लेकर अपडेट मैच के पहले ही मिल सकती है.
कमिंस के लिए दूसरे टेस्ट का चयन बना सिरदर्द
- नागपुर में पारी और 132 रन की हार के बाद ऑस्ट्रेलिया का लक्ष्य टेस्ट सीरीज में वापसी करना है.
- ऑस्ट्रेलिया ने मिचेल स्वेपसन के स्थान पर टेस्ट सीरीज के लिए बाएं हाथ के स्पिनर मैट कुह्नमैन को बुलाया है.
- हालाँकि, कुह्नमैन के स्थान की अभी भी गारंटी नहीं है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया दूसरे टेस्ट में किस प्लेइंग इलेवन के साथ उतरेगी यह साफ नहीं है.
- भले ही मिचेल स्टार्क फिट हैं पर ऑस्ट्रेलिया चाहता है कि सीम सपोर्ट प्रदान करने के लिए कैमरून ग्रीन खेलें.
- अगर ग्रीन फिट होते हैं तो ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजी में गहराई लाने के लिए उन्हें पीटर हैंड्सकॉम्ब की जगह शामिल करने पर विचार किया जा सकता है.
- वहीं स्टार तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क स्कॉट बोलैंड की जगह टीम में शामिल होंगे.
- लेकिन अगर ग्रीन को बाहर कर दिया जाता है, तो ऑस्ट्रेलिया 6 बल्लेबाजी विकल्पों के साथ जाने का जोखिम नहीं उठाएगा.
- ऐसे में तीन स्पिनरों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना ऑस्ट्रेलिया के लिए एक मुश्किल फैसला होगा.
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