ऑस्ट्रेलिया दौरे में 31 अक्टूबर को जब पाकिस्तान ने साइड गेम में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन को 6 विकेट से हराया तो खिलाड़ियों का जोश सातवें आसमान पर था. ऐसा लगा कि कुछ रोज पहले ही श्रीलंका की बी टीम से मिली हार के गम से खिलाड़ी बाहर निकल गए हैं. हर कोई ऑस्ट्रेलिया में कुछ साबित करने के इरादे से उतरा है. क्रिकेट में जिस 'फाइटिंग स्पिरिट' शब्द को पाकिस्तान की टीम ने ही मशहूर किया था उसी के तहत वो कुछ बड़ा करने के इरादे से उतरी थी. लेकिन वो आखिरी दिन था जब पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ियों के चेहरे पर खुशी थी. उसके बाद से पाकिस्तानी खिलाड़ियों के चेहरे शर्म से झुके हुए हैं. पहले टी-20 मैच का नतीजा नहीं निकला. दूसरे टी-20 मैच में पाकिस्तान को 7 विकेट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा. तीसरे टी-20 में हार का अंतर बढ़कर 10 विकेट पहुंच गया. इसके बाद पहले टेस्ट मैच में भी पाकिस्तान की टीम पारी और 5 रनों के बड़े अंतर से हारी. शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में भी पाकिस्तानी टीम पर हार का खतरा मैच शुरू होने से पहले ही मंडरा रहा है. बड़ी परेशानी ये भी है कि ये टेस्ट मैच गुलाबी गेंद से खेला जाना है. गुलाबी गेंद से गेंदबाजी और बल्लेबाजी को लेकर आने वाली दिक्कतों पर क्रिकेट की दुनिया में जमकर बातचीत चल भी रही है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले पाकिस्तान की टीम अनुभवहीन है. हालात इसलिए और गंभीर हैं क्योंकि पाकिस्तान की टीम सिर्फ हार नहीं रही है बल्कि वो तमाम विवादों में घिरती जा रही है. विवाद लगातार बढ़ रहे हैं और उनका कोई इलाज फिलहाल दिख नहीं रहा है.
पाकिस्तान की टीम के सामने परेशानियों का पहाड़
पहली दिक्कत टीम सेलेक्शन को लेकर है. टीम के सर्वेसर्वा मिस्बाह उल हक पर आरोप है कि वो प्लेइंग 11 चुनने में खुलेआम अपनी मनमानी कर रहे हैं. इफ्तिखार अहमद को प्लेइंग 11 में रखने पर बवाल मचा हुआ है. इसके अलावा एक बड़ा बवाल गेंदबाज नसीम शाह की उम्र को लेकर है. उनकी उम्र 16 साल बताई जा रही है. जबकि पाकिस्तान के ही कई पूर्व तेज गेंदबाज साफ साफ कह चुके हैं कि 16 साल की उम्र में कोई तेज गेंदबाज ऐसी गेंदबाजी कर ही नहीं सकता है. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग और भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ भी नसीम शाह की उम्र पर सवाल खड़े कर चुके हैं. पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों का कहना है कि नसीम शाह की उम्र गलत बताकर पीसीबी पूरी दुनिया में अपनी बेइज्जती करा रहा है. मैच के तीसरे दिन नसीम शाह से सिर्फ तीन ओवर गेंदबाजी कराके टीम मैनेजमेंट ने इस विवाद को और हवा ही दी है. आग में घी डालने का काम वकार युनिस के उस बयान ने दे दिया कि नसीम अभी सिर्फ 16 साल का है और हम उसे बचा कर रखना चाहते हैं. पूर्व क्रिकेटर अब वाजिब सवाल ये पूछ रहे हैं कि टीम में चुना गया क्रिकेटर खेलने के लिए जाता है या बचा कर रखने के लिए. इन सारी मुश्किलों की जड़ में मिस्बाह उल हक को एक साथ दी गई तमाम जिम्मेदारियां हैं. आपको बता दें कि इन दिनों मिस्बाह उल हक पाकिस्तान के चीफ सेलेक्टर, हेड कोच और बैटिंग कंसलटेंट हैं. कहा जा रहा है कि उन्हें ये सारी जिम्मेदारियां इमरान खान से नजदीकी की वजह से मिली है. ड्रेसिंग रूम के हवाले से कुछ ऐसी खबरें भी आई हैं कि मिस्बाह कुछ खिलाड़ियों की खुलकर तारीफ करके बाकि खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना पैदा कर रहे हैं.
यासिर शाह ने आग में घी डाल दिया है
पिछले टेस्ट मैच में यासिर शाह ने स्टीव स्मिथ को आउट करने के बाद उन्हें नंबर सात का इशारा किया. इसकी वजह ये है कि यासिर शाह टेस्ट क्रिकेट में अब तक स्टीव स्मिथ को सात बार आउट कर चुके हैं. स्टीव स्मिथ इस वक्त दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं. टेस्ट क्रिकेट में वापसी के बाद से वो बेहद जबरदस्त फॉर्म में हैं. इस टेस्ट मैच से पहले उन्होंने कहाकि पिछले टेस्ट में यासिर शाह की गेंद पर आउट होने के बाद उन्होंने खुद को सजा दी. वो टीम होटल पैदल गए. उन्होंने ये भी ऐलान किया कि है कि यासिर शाह ने मुझे अगले मुकबाले में उन्हें नॉकआउट करने के लिए प्रेरित किया है. अब मैं उनके खिलाफ ज्यादा अनुशासित रहूंगा.
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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
BLOG: क्या गुलाबी गेंद के टेस्ट में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की साख बचेगी?
ABP News Bureau
Updated at:
28 Nov 2019 03:53 PM (IST)
पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच कल से एडीलेड में खेला जाएगा. ये मैच भी पिंक बॉल से खेला जाएगा. पाकिस्तान की साख को लेकर वरिष्ठ खेल पत्रकार शिवेंद्र कुमार सिंह की राय.
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