अफरीदी ने पाकिस्तान के हेड कोच और सेलेक्टर को लेकर भी बात की और कहा कि मिस्बाह को सबकुछ वापस ट्रैक पर लाने में 3 सालों का लंबा वक्त चाहिए होगा. मिस्बाह के पास एक बड़ा मौका है और उन्हें इसपर काम करना ही होगा. मुझे लगता है कि जो बदलाव अभी टीम में हुए हैं वो 2 से 3 सालों तक चलने चाहिए.
ऐसे में अब ये सवाल उठ रहा है कि क्या मिस्बाह आनेवाले समय में पाकिस्तान टीम के कोच बनेंगे?
इसपर अफरीदी ने जवाब देते हुए कहा कि मेरे पास अभी वो स्वभाव नहीं है जिससे मैं पाकिस्तान टीम को कोचिंग दे सकूं. मैं अभी फिट हूं और मैं फिलहाल सिर्फ क्रिकेट खेलने पर फोकस कर रहा हूं. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि वो आनेवाले समय में युवा खिलाड़ियों को जरूर तैयार करेंगे और खेल के बारे में सिखाएंगे.
अफरीदी ने कहा, '' मैं अंडर 18 और अंडर 19 के युवा खिलाड़ियों को कोचिंग देने के लिए तैयार हूं. कोचिंग के लिए ये उनकी उम्र है. ऐसे में मैं उनसे अपना अनुभव साझा कर सकता हूं. इससे वो न सिर्फ मोटिवेट होंगे बल्कि एक अच्छा क्रिकेटर भी बनेंगे.''