सेंट जोंस: साल 2019 में इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने कमर कस ली है. वेस्टइंडीज की टीम के लगातार खराब प्रर्दशन के कारण उसका वर्ल्ड कप में सीधा प्रवेश कर पाना मुश्किल हो गया है. ऐसी स्थिति को देखते हुए बोर्ड ने टीम से बाहर चल रहे स्टार खिलाड़ियों को अस्थायी माफी के साथ टीम में आने का प्रस्ताव दिया है. वेस्टइंडीज के कुछ खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में 50 ओवर के मैचों के लिए उपलब्धता की शर्त पूरी न कर पाने के कारण टीम में नहीं खेल पा रहे हैं, लेकिन बोर्ड के इस प्रस्ताव के कारण उनकी वापसी हो सकती है.
उसके इस प्रस्ताव से क्रिस गेल, ड्वायन ब्रावो, केरन पोलार्ड, सुनील नरेन, सैमुएल बद्री की अगले महीने इंग्लैंड दौरे पर वापसी हो सकती है. सीडब्ल्यूई की यह नीति है कि वह राष्ट्रीय टीम में उन्हीं खिलाड़ियों को चुनती है जो घरेलू 50 ओवर क्रिकेट टूर्नामेंट में उपलब्ध रहते हैं.
2019 में होने वाले विश्व कप में मेजबान इंग्लैंड के अलावा वही टीमें हिस्सा ले सकती हैं जो इस साल सितंबर तक आईसीसी वनडे टीम रैंकिंग में शीर्ष आठ में रहेंगी. बाकी टीमों को क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से गुजरना पड़ेगा. विंडीज की टीम इस समय नौवें स्थान पर है.
क्रिकइंफो ने सीडब्ल्यूआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉनी ग्रेव के हवाले से लिखा है, "हम जानते हैं कि हमारे लिए 2019 विश्व कप में सीधे क्वालीफाई करना काफी मुश्किल है. जब तक आईसीसी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट की घोषणा करेगी तब तक हमारे पास आठ मैच हैं जो हमें इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के साथ खेलने हैं."
उन्होंने कहा, "इसलिए यह जरूरी है कि हम हमारे अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर मैदान पर उतारें."
हाल ही में गेल ने भी कहा था कि बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच के रिश्ते में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और ऐसा संभव है कि आने वाले दिनों में बड़े खिलाड़ी टीम में वापसी करें. गेल की हाल ही में भारत के खिलाफ एकमात्र टी-20 मैच से एक साल बाद टीम में वापसी हुई थी.