अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 11 टेस्ट खेले हैं जिसमें उन्होंने 60 विकेट लिए हैं. इस दौरान उन्होंने 4 शतक भी लगाए हैं. लेकिन उनकी जगह टीम में जडेजा को शामिल किया गया.
हरभजन ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि ''आप देखिए कई मौके ऐसे आए जब अश्विन ने विदेशी पिचों पर दयनीय गेंदबाजी की. मिसाल के तौर पर 2018 में साउथम्पटन में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में मोइन अली ने 9 विकेटें लीं थीं जबकि अश्विन को उस मैच में तीन विकेट मिली थीं. दोनों ही उंगलियों के स्पिनर हैं. लेकिन दोनों की परफॉर्मेंस में कितना अंतर है.'' टीम प्रबंधन को भी लगता है कि अश्विन अब टीम के लिए उपयुक्त नहीं हैं.
हरभजन ने आगे कहा, ''यदि आप ऑस्ट्रेलियन दौरे को देखें तो वह पहले टेस्ट के बाद चोटिल हो गए थे. लेकिन टीम प्रबंधन ने उन्हें टीम में बनाए रखा, इस उम्मीद से कि वह रिकवर कर लेंगे. लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए. प्लेइंग इलेवन चुनते समय इन सब बातों पर ध्यान दिया जाता है.''अश्विन जिनके 65 टेस्ट मैचों में कुल 342 विकेट हैं वहीं 2361 रन हैं उनका दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा कुछ ज्यादा खास नहीं गया था और वो फॉर्म और फिटनेस दोनों से जूझ रहे थे. इसके बाद ही जडेजा के लिए टीम में जगह बनी.