WIvsIND: पहले टेस्ट मैच में कप्तान कोहली के सामने आई सबसे बड़ी चुनौती !
WIvsIND: पहले टेस्ट मैच में कप्तान कोहली के सामने आई सबसे बड़ी चुनौती !
नई दिल्ली: वेस्टइंडीज दौरे पर चार टेस्ट मैचों की सीरीज पर गई टीम इंडिया कल अपना पहला मुकाबला खेलने मैदान पर उतरेगी लेकिन, इससे पहले कप्तान विराट कोहली और टीम इंडिया के नए कोच अनिल कुंबले के सामने प्लेइंग इलेवन चुनने की सबसे बड़ी चुनौती होगी. टीम मैनेजमेंट इस दुविधा में है कि किस खिलाड़ी को बाहर बिठाया जाए और किस खिलाड़ी को अंतिम एकादश में जगह दी जाए.
टीम इंडिया पिछले 14 सालों से वेस्टइंडीज में कोई सीरीज नहीं हारा है. इस रिकॉर्ड के अलावा भारत को विंडीज में बड़ी जीत की दरकार होगी ताकि वो अपनी दूसरी रैंक कायम रख सके. लेकिन फिर भी सवाल खिलाड़ियों के चयन पर आकर अटक जाता है.
टेस्ट फॉर्मेट में मुरली विजय के आने से रोहित शर्मा की ओपनिंग पोजिशन खतरे में पड़ सकती है. टेस्ट में निरंतर प्रदर्शन और सॉलिड बैटिंग के जरिए मुरली विजय को रोहित शर्मा पर तरजीह दी जाती है ऐसे में देखना यह होगा कि ओपनिंग जोड़ी के तौर पर टीम में किसे मौका दिया जाता हैं
ओपनिंग के ही एक और दावेदार शिखर धवन पिछले कुछ सीरीज से अपने फॉर्म में नहीं चल रहे बढ़िया खेल न दिखा पाने के कारण धवन को अंतिम एकादश में जगह मिल पाना मुश्किल लग रहा है. प्रैक्टिस मैच में एक हाफ सेंचुरी लगाकर उन्होंने जवाब देने की कोशिश की लेकिन लोकेश राहुल का लाजवाब फॉर्म उनके लिए खतरे की घंटी बन सकता है.
बात करे गेंदबाजी के विभाग में तो उमेश यादव, स्टुअर्ट बिन्नी और शार्दुल ठाकुर के बीच टीम में जगह बनाने के लिए कड़ा मुकाबला है. उमेश की गेंदबाजी की सबसे बड़ी ताकत उसकी स्पीड है लेकिन उनके लिए लाइंन और लेंथ को कायम रखना बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. वही स्टुअर्ट बिन्नी टीम में ऑलआउंडर के तौर रूर में जगह बनाने के लिए दावा कर पेश सकते हैं लेकिन स्पिन गेंदबाज जड़ेजा के रहते बतौर ऑलराउंडर शामिल होने के गुंजाइश काफी कम है. साथ बिन्नी लंबे स्पेल फेंक पाने में असफल रहे हैं.
टेस्ट टीम में डेब्यू करने वाले मुंबई के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं शुरुआती दौर मे इन्हें मौका मिलना बेहद मुश्किल है. हालांकि डेब्यू के करवाकर इनकी प्रतिभा आंके जाने की संभावना अखरी टेस्ट में ही बनती है