Women's T20 Challenge: आखिर तक क्रिज पर रहना चाहती थी हरमनप्रीत कौर
सुपरनोवाज को महिला टी-20 चैलेंज के पहले सीजन का खिताब जिताने वाली कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि उनकी कोशिश अंत तक खड़े रहने और ज्यादा से ज्यादा स्ट्राइक अपने पास रखने की थी.
अपनी जुझारू अर्द्धशतकीय पारी के दम पर हरमनप्रीत कौर ने सुपरनोवाज को महिला टी-20 चैलेंज के पहले सीजन का खिताब दिलाया. हालांकि कप्तान हरमनप्रीत मैच का समाप्त नहीं कर पाई.
इस रोमांचक मुकाबले के बाद हरमनप्रीत ने कहा है कि उनकी कोशिश अंत तक खड़े रहकर मैच खत्म करने की लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई.
सुपरनोवाज ने फाइनल में वेलोसिटी को चार विकेट से हरा दिया. हरमनप्रीत ने इस मैच में 51 रनों की पारी खेली वो भी तब जब टीम ने 122 रनों के आसान से लक्ष्य का पीछा करते हुए 64 के कुल स्कोर पर अपने पांच विकेट खो दिए थे.
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, "मैं जानती थी कि अगर मैं आखिरी तक खेलती रही तो जीत हमारी होगी. यही मैं लिया से कह रही थी कि मुझे स्ट्राइक दो. मेरी कोशिश गैप में गेंद को डालने की थी और मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि मैं ऐसा कर पाई. मैं जब आउट हुई तब मेरे दिमाग में काफी कुछ चल रहा था, लेकिन राधा ने मेरे जाने के बाद मैदान पर जाकर अच्छा काम किया. वह आज की सुपर स्टार रहीं."
राधा ने हरमनप्रीत के जाने के बाद सब्र नहीं खोया और बाकी की चार गेंदों पर सात रन बनाकर अपनी टीम की जीत दिलाई. हरमनप्रीत ने 37 गेंदों पर चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 51 रनों की पारी खेली थी. राधा ने चार गेंदों पर एक चौके की मदद से नाबाद 10 रन बनाए. आखिरी गेंद पर जब एक रन चाहिए था तब राधा के बल्ले से चौका निकला.