Smart Replay System: क्या होता है स्मार्ट रीप्ले सिस्टम, 28 कैमरों की मदद से करेगा काम, वीमेंस T20 WC में होगा इस्तेमाल
Women's T20 World Cup 2024: वीमेंस टी20 विश्व कप में स्मार्ट रीप्ले सिस्टम का इस्तेमाल होगा. यह पहला मौका है जब किसी आईसीसी इवेंट में इस तकनीक का इस्तेमाल होगा.
Women's T20 World Cup 2024: वीमेंस टी20 विश्व कप 2024 में स्मार्ट रीप्ले सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए करीब 28 कैमरे लगेंगे. इससे किसी भी रिव्यू को बेहद बारीक तरीके से जांचा जा सकेगा. इस तकनीक का इस्तेमाल इंडियन प्रीमियर लीग और द हंड्रेड में किया जा चुका है. वीमेंस टी20 विश्व कप का गुरुवार से आगाज हो रहा है. इसमें भारत का पहला मैच न्यूजीलैंड से है, जो कि शुक्रवार को दुबई में खेला जाएगा.
आईसीसी ने स्मार्ट रीप्ले सिस्टम पर प्रतिक्रिया जाहिर की है. आईसीसी ने कहा, 'हर मैच में करीब 28 कैमरे लगेंगे. इससे हर तरह का विश्लेषण किया जा सकेगा. इसमें काफी सुधार किया जा रहा है. इसके साथ ही सभी मुकाबलों में डिसीजन रिव्यू सिस्टम भी उपलब्ध होगा. इसमें हॉक-आई स्मार्ट रीप्ले सिस्टम का इस्तेमाल होगा. यह टीवी अंपायरों को कई एंगल से एक साथ फुटेज उपलब्ध करवाएंगे. इससे सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी.'
स्मार्ट रीप्ले सिस्टम से सीधे अंपायर को मिलेगी फुटेज -
स्मार्ट रीप्ले सिस्टम की बात करें तो टीवी अंपायर को सीधे दो हॉक-आई ऑपरेटरों से जानकारी मिलेगी. वे अंपायर के साथ एक ही रूम में बैठेंगे. वे ग्राउंड पर लगे आठ आई-स्पीड कैमरों से नजारे कैंद करेंगे और फुटेज को अंपायर से शेयर करेंगे. अभी तक टीवी प्रसारण निदेशक थर्ड अंपायर और हॉक-आई ऑपरेटरों के बीच काम करते थे. वे ही फुटेज को पहुंचाते थे.
टीवी अंपायर्स के लिए मददगार साबित होगा स्मार्ट रीप्ले सिस्टम -
अगर स्मार्ट रीप्ले सिस्टम की बात करें तो यह स्टंपिंग रेफरल के मामले में काफी मददगार साबित हो सकता है. टीवी अंपायर हॉक-आई ऑपरेटरों से स्प्लिट-स्क्रीन विजुअल मांग सकते हैं. अब टीवी अंपायर अल्ट्रा एज के लिए नहीं पूछेंगे. वे सीधे ही स्टंपिंग के लिए साइड-ऑन रीप्ले को चेक करेंगे. हॉक-आई कैमरे करीब 300 फ्रेम प्रति सेकेंड की स्पीड से रिकॉर्डिंग करते हैं. लिहाजा अब निर्णय लेना काफी आसान हो जाएगा.
यह भी पढ़ें : Women's T20 World Cup 2024: भारत का न्यूजीलैंड से पहला मुकाबला, जानें क्या हो सकती है प्लेइंग इलेवन