स्पिनरों के फिरकी के जादू के बाद बल्लेबाजों के दमदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया ने वूमेन वर्ल्ड टी-20 के फाइनल में इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर चौथी बार खिताब अपने नाम कर लिया है. मुकाबला नार्थ साउंड के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेला गया था.


ऑस्ट्रेलिया के लिए लगातार पांचवीं बार फाइनल में खेल रही ऑफ स्पिनर एशलेग गार्डनर (22 रन पर तीन विकेट) और लेग स्पिनर जार्जिया वेयरहैम (11 रन पर दो विकेट) की बदौलत इंग्लैंड को 19.4 ओवर में 105 रन पर ढेर कर दिया. वहीं तेज गेंदबाजी में मेगान शुट ने 13 रन देकर दो विकेट चटकाए.


लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के दोनों ओपनर बल्लेबाज 44 रन तक आउट होकर पवेलियन लौट गए थे. ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनर बल्लेबाज एलिसा हीली 22 और बेथ मूनी 14 रनों का योगदान दिया.


इसके बाद गार्डनर (नाबाद 33) और कप्तान मेग लेनिंग (नाबाद 28) के बीच तीसरे विकेट की 62 रन की अटूट साझेदारी की बदौलत 15.1 ओवर में ही टीम ने दो विकेट पर 106 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की.


गार्डनर को उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज एलिसा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया. एलिसा ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक 225 रन बनाने के अलावा चार स्टंपिंग और चार कैच से आठ शिकार भी किए. टूर्नामेंट में उनसे अधिक शिकार सिर्फ भारत की तानिया भाटिया ही कर सकी जिन्होंने दो कैच और नौ स्टंपिंग से 11 शिकार किए.


ऑस्ट्रेलिया को कभी किसी महिला विश्व क्रिकेट चैंपियनशिप के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है और यहां भी यह रिकॉर्ड बरकार रहा है. इंग्लैंड को इस क्रम को तोड़ने के लिए अब कम से कम 2020 में होने वाली अगली विश्व चैंपियनिशप का इंतजार करना होगा.


सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेल गया यह फाइनल 2014 में बांग्लादेश के मीरपुर में खेले गए विश्व टी20 फाइनल की काफी हद तक एक जैसा रहा. मीरपुर में भी इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट पर 105 रन ही बना सकी थी और तब भी ऑस्ट्रेलिया ने 15 .1 ओवर में चार विकेट पर 106 रन बनाकर जीत दर्ज की थी.


इससे पहले इंग्लैंड की ओर से ओपनर बल्लेबाज डेनियल वाट (43) और कप्तान हीथर नाइट (25) ही ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों का टिककर सामना कर सकीं.


डेनियल और हीथर के अलावा इंग्लैंड की और कोई बल्लेबाज दोहरे अंक तक नहीं पहुंच पाई जिससे इंग्लैंड का दूसरी बार विश्व टी20 खिताब जीतने का सपना टूट गया. इंग्लैंड ने 2009 में अपनी सरजमीं पर हुए पहले महिला वर्ल्ड टी-20 का खिताब फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर जीता था.