महेन्द्र सिंह पर 2016 में फिल्म 'एम एस धोनी द अनटोल्ट स्टोरी' की शुरुआत विश्व कप 2011 के फाइनल से होती है, विराट कोहली के आउट होने के बाद कप्तान धोनी कोच गैरी कर्स्टन के पास जाते हैं और कहते हैं कि वो बल्लेबाजी के लिए जा रहे हैं. कोच गैरी कहते हैं कि युवराज सिंह पैड अप हैं लेकिन धोनी खुद बल्लेबाजी के लिए जाते हैं.


फिल्म के बाद इस बारे में कई सवाल उठे कि आखिर धोनी ने ये फैसला क्यों लिया था. जिसकी सफाई में कहा गया था कि युवराज मुरली के सामने असहज होते और इसलिए धोनी खुद बल्लेबाजी के लिए गए जबकि वो पूरे टूर्नामेंट में कुछ कमाल नहीं दिखा पाए थे. लेकिन विश्व कप के 7 साल और फिल्म आने के दो साल बाद इस बात का खुलासा हुआ कि वो फैसला धोनी का नहीं बल्कि महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का था.


विक्रम शाठे के चर्चित शो What The Duck में आए सचिन और सहवाग ने विश्व कप 2011 के फाइनल को याद करते हुए कई बातें की. सहवाग ने बताया कि कैसे सचिन पूरे फाइनल उन्हें मैच नहीं देखने दिए और पूरी पारी उन्हें अपने सामने विठाए रखा. सहवाग सचिन के साथ बैठे हुए थे और जब भी उठने की कोशिश करते मैदान पर कोई ने कोई बाउंड्री लगा देता था. जिसके बाद सचिन ने सहवाग को उठ कर नहीं जानें का आदेश दे दिया. सचिन को भगवान मानने वाले सहवाग ने उनकी बात मान ली और ठीक उसी वक्त धोनी अंदर आए. उस वक्त मैदान पर विराट कोहली और गौतम गंभीर की जोड़ी बल्लेबाजी कर रही थी.


धोनी को सामने देख सचिन ने सीधे कहा कि अगर दाएं हाथ का बल्लेबाज आउट होता है तो दाएं हाथ का बल्लेबाज जाए और अगर गौतम आउट हों तो बाएं हाथ का बल्लेबाज जाए. सहवाग ने कहा कि ये पहला मौका था जब सचिन ने सीधे तौर पर कप्तान धोनी को कुछ कहा था, उन्होंने कहा कि इससे पहले जब भी सचिन को धोनी से कुछ कहना होता था वो मुझे कहते थे और फिर मैं उनकी बातों को धोनी तक पहुंचाता था. उस घटना को याद करते हुए सहवाग ने कहा कि सचिन के कहने के बाद ही धोनी कोहली के आउट होने के बाद मैदान पर गए जबकि टूर्नामेंट के हीरो युवराज नीचे नीचे उतरे थे और फिर जो हुआ वो सबके सामने है.


इस वीडियों में विश्व कप फाइनल को लेकर जो बातें हैं उसे आप 30.30 - 31.55 तक देख सकते हैं -