आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 में बिना किसी फेवरेट टैग के साथ आई ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ऐसा प्रदर्शन किया कि एक बार फिर सभी इस टीम को वर्ल्ड चैम्पियन टीम मानने लगे. लेकिन विश्वकप 2019 के खिताब से सिर्फ चंद कदम दूर सेमीफाइनल में टीम को इंग्लैंड के हाथों हार देखनी पड़ी और टीम का सपना टूट गया. लेकिन फिर भी टीम के कप्तान को लगता है कि उनकी टीम ने बीते छह महीनों में बहुत कुछ साबित किया है.


मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया गुरुवार को आईसीसी विश्व कप-2019 से बाहर हो गई. मेजबान इंग्लैंड ने गुरुवार को उसे आठ विकेटों से मात दी. इसी के साथ आस्ट्रेलिया का छठी बार विश्व कप जीतने का सपना भी अधूर रह गया. अगर एक साल पीछे जाया जाए तो आस्ट्रेलिया बेहद कमजोर टीम मानी जा रही थी.


बॉल टेम्पिरिंग विवाद में स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर के प्रतिबंधित होने के बाद से आस्ट्रेलिया बिखर गई थी. उसे देखते हुए बीते छह महीनों में आस्ट्रेलिया ने जो सुधार किया और विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची, उसने सभी को आस्ट्रेलिया के जुझारूपन के बारे में बताया. टीम के कप्तान भी यही मानते हैं.


फिंच ने सेमीफाइनल के बाद कहा, "इस विश्व कप से हमें काफी कुछ सीखने को मिला खासकर पिछले साल को देखते हुए जब हम यहां आए थे. आप हमेशा जीतना चाहते हो लेकिन इस टीम ने हमें यहां तक पहुंचाने के लिए जो किया उस पर मुझे गर्व है. बीते तकरीबन छह महीनों में हमने अपने आप को साबित किया है, लेकिन यह हार फिर भी चुभती है."


फिंच ने साथ ही इंग्लैंड की तारीफ की और कहा कि मेजबान टीम ने उन्हें एकतरफा तरीक से हराया.


फिंच ने कहा, "हम आज एकतरफा हार के शिकार हुए. उन्होंने जिस तरह गेंद से शुरुआत कर लय हासिल की उसने मैच पर बड़ा प्रभाव डाला. वहां से हमारे लिए वापसी करना मुश्किल था. उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और सही जगह पर गेंद फेंकी."