आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में आज के मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को 125 रनों से हरा दिया है. विराट, धोनी और पांड्या की बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर टीम ने वेस्टइंडीज को 269 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन वेस्टइंडीज की पूरी टीम मात्र 143 रनों पर आउट हो गई. पारी की शुरूआत से ही भारतीय गेंदबाजों ने अपना दबदबा बनाए रखा. जहां अहम योगदान मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने दिया. शमी ने जहां शुरू में ही गेल को आउट कर वेस्टइंडीज को बैकफुट पर ढकेल दिया तो वहीं बुमराह और स्पिनर्स ने पूरे मैच का ही रूख बदल दिया.
भारतीय पारी
पिछले मैच में धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचनाओं का शिकार होने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार को मुश्किल में फंसी भारत को उसी 'धीमी' बल्लेबाजी के चलते विंडीज के खिलाफ सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. धोनी की नाबाद 56 रनों की पारी और कप्तान विराट कोहली की 72 रनों की पारी के दम पर भारत ने यहां ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर खेले जा रहे आईसीसी विश्व कप-2019 के मैच में विंडीज के खिलाफ 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 268 रन बनाए हैं. इस दौरान धोनी ने कीपिंग में एक ऐसा बेहतरीन कैच लिया जो काफी वायरल हो रहा है. बुमराह की गेंद पर धोनी का रिएक्शन लाजवाब था और काफी तेजी से उन्होंने कैच लपक लिया.
भारत की हालत नाजुक थी और धोनी इस मैच में भी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे. लेकिन कोहली के जाने के बाद पूर्व कप्तान ने जिम्मेदारी निभाई और स्थिति के हिसाब से खेलते हुए अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया. धोनी ने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौके की मदद से 16 रन बोटरे. अपनी नाबाद पारी में धोनी ने 61 गेंदों का सामना किया और तीन चौके तथा दो छक्के मारे. इस धीमी विकेट पर विंडीज के लिए यह स्कोर मुश्किल साबित हो सकता है.
सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने भी 48 रन बनाए. इस मैदान की पिच धीमे गेंदबाजों और कटर डालने वालों के लिए उपयुक्त है. विंडीज कप्तान जेसन होल्डर ने इसी का फायदा उठा कटर फेंकी जो बड़ी खूबसूरती से राहुल के बल्ले और पैड के बीच से घुस विकेटों पर गई.
राहुल से पहले रोहित शर्मा (18) केमर रोच की गेंद पर विवादास्पद तरीके से आउट दे दिए. रोच की गेंद रोहित के बल्ले/पैड से टकरा कर शाई होप के दस्तानों में गई लेकिन मैदानी अंपायर में आउट नहीं दिया. होल्डर ने रिव्यू की मांग की जिसमें साफ स्थिति न होने के बाद भी रोहित को आउट दे दिया गया. रोहित का विकेट छठे ओवर की आखिरी गेंद पर 29 के कुल स्कोर पर गिरा. रोहित के जाने के बाद कोहली और राहुल ने 67 रन जोड़े थे लेकिन राहुल अपने पचास रन पूरे नहीं कर सके. उन्होंने 64 गेंदों की पारी में छह चौके लगाए. नंबर-4 के लिए खोजे गए विजय शंकर ने फिर निराश किया. रोच ने शंकर को भी होप के हाथों कैच कराया. शंकर ने 14 रन बनाए.
दो अहम कैच पकड़ने के बाद होप ने वो काम किया जिसकी उम्मीद क्लब स्तर के विकेटकीपर से भी नहीं की जाती. इस मैच में अंतिम-11 में शामिल किए गए स्पिनर फाबियान ऐलेन 34वां ओवर फेंकने आए और धोनी ने उन्हें निकल कर मारने का प्रयास किया. धोनी चूके और तकरबीन दो फुट बाहर थे, लेकिन होप ने बच्चों सी गलती की और धोनी को जीवनदान दिया.
धोनी ने इसका फायदा उठाया. हालांकि वह इस समय काफी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे जिसके कारण अर्धशतक पूरा कर चुके कप्तान ने सोचा की वह एक्सीलेटर पर पांव रखें. कोशिश की गई और होल्डर की बेहद छोटी गेंद पर कोहली ने दमभर के शॉट खेला जो शॉर्ट मिडविकेट पर डारेन ब्रावो के सीधा हाथों में गया. कप्तान ने 82 गेंदों का सामना किया और आठ चौके मारे.
हार्दिक पांड्या से भी बड़े शॉट नहीं लगे. वह भी एक-एक, दो-दो रन लेते रहे. उन्होंने 38 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 46 रन बनाए. पांड्या और धोनी के बीच 70 रनों की साझेदारी हुई. विंडीज के लिए रोच ने तीन विकेट लिए. कॉटरेल और होल्डर को दो-दो सफलताएं मिलीं.
वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी
वेस्टइंडीज की शुरूआत काफी खराब रही और टीम को पहला झटका गेल के रूप में लगा. गेल मात्र 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. उन्हें शुरू से ही शमी ने अपनी पेस और स्विंग से तंग करके रखा और अंत में शमी के पेस को वो मात नहीं दे पाया और जाधव ने उनका कैच पकड़ा. इसके बाद सुनील एम्ब्रिस और होप बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन होप को भी शमी ने बोल्ड कर वेस्टइंडीज को बैकफुट पर ढकेल दिया.
इसके बाद एम्ब्रिस और पूरन ने थोड़ी पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन वो भी चलते बने और वेस्टइंडीज के 70 रन पर ही 3 विकेट गिर चुके थे. हालांकि इसके बाद वेस्टइंडीज का एक भी बल्लेबाज नहीं चल पाया और पूरी पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. गेंदबाजी के मामले में यहां शमी को 4, बुमराह को 2, चहल 2, पांड्या 1 और कुलदीप को 1 विकेट मिले. पूरी टीम 143 रनों पर ऑलआउट हो गई.