इंग्लैंड में जारी आईसीसी क्रिकेट विश्व शुरू होने से पहले इस बात की काफी चर्चा की गई थी कि वहां की विकेट कैसी होगी. विश्व कप शुरू होने के बाद पिछले कुछ मैचों में देखा गया है कि विकेट ज्यादा टर्न नहीं हो रही है.


इस बीच, भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने साफ कर दिया है कि विकेट चाहे कैसी भी हो, इससे ज्यादा उन्हें खुद की क्षमता पर भरोसा है.


चहल ने कहा, "विश्व कप से पहले इंग्लैंड-पाकिस्तान सीरीज के दौरान वहां पर स्पिनरों के लिए थोड़ी सी टर्न थी. लेकिन अब सबकुछ वहां की परिस्थितियों पर निर्भर करता है."


उन्होंने कहा, "मैं सपाट विकेट पर गेंदबाजी करना पसंद करता हूं, जिसमें थोड़ी उछाल होती है. मैं ऐसी विकेट में विश्वास नहीं करता, जिससे थोड़ी मदद मिलने की संभावना हो."


विश्व कप में भारत को खिताब के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. चहल के अनुसार भारतीय टीम दावेदार से ज्यादा 'मजबूत' है.


चहल ने कहा, " यह एक बड़ा टूर्नामेंट है. अगर आप देखे तों जिस तरह से हमने पिछले कुछ समय से क्रिकेट खेला है, उसे देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि यह एक मजबूत टीम है. ईमानदार से कहूं तो भारत के अलावा कुछ अन्य टीमें भी अच्छी है, लेकिन यह सबकुछ इस चीज पर निर्भर करता है कि उस दिन हम कैसा खेलते हैं."


भारतीय स्पिनर ने कहा कि विदेशी धरती पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद से ही उन्होंने विश्व कप में भारतीय टीम के लिए खेलने का सपना देखना शुरू कर दिया था.


उन्होंने कहा, "शतरंज से क्रिकेट के मैदान में उतरना एक सपने की तरह था. जब भी मैं टीवी भारत को विश्व खेलते देखता तो मैं भी सोचता था कि मैं भी एक दिन इस टीम का हिस्सा बनूंगा. 2017 के बाद मैं नियमित रूप से टीम के साथ खेलने लगा."


चहल ने कहा, "शानदार प्रदर्शन के बाद मैं विश्व कप में खेलने के बारे में सोचने लगा. अब जाकर मुझे यह अहसास हुआ है कि मेरा सपना पूरा हो गया. घर के बाहर अच्छा प्रदर्शन करने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है."