पाकिस्तान ने अपने पिछले 10 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच गंवाए हैं जिसमें आस्ट्रेलिया के खिलाफ 0-5 से वाइटवाश और इंग्लैंड के खिलाफ 0-4 की हार भी शामिल है. टीम को इसके अलावा अभ्यास मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ भी तीन विकेट से हार झेलनी पड़ी.
पाकिस्तान की टीम को इस विश्वकप की अंडरडॉग टीम के रूप में देखा जा रहा है जो कि किसी भी पल मैच का रुख पलट सकती है.
कप्तान सरफराज अहमद ने हालांकि कहा है कि उनकी टीम 2017 के प्रदर्शन(चेम्पियंस ट्रॉफी) से प्रेरणा लेने की कोशिश करेगी क्योंकि तब भी उसकी स्थिति ऐसी ही थी.
तब टूर्नामेंट से पहले उसे आस्ट्रेलिया ने 4-1 से हराया था जबकि चैंपियन्स ट्राफी के पहले मैच में भारत ने उसे 124 रन से रौंद दिया था.
पाकिस्तान ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई जहां उसने भारत को 180 रन से रौंदा.
सरफराज को साथ ही उम्मीद है कि स्पाट फिक्सिंग प्रतिबंध के कारण 2011 और 2015 विश्व कप से बाहर रहने के बाद अपना पहला विश्व कप खेल रहे तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ मोहम्मद आमिर आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल और बेहतरीन फार्म में चल रहे शाई होप की मौजूदगी वाले वेस्टइंडीज के शीर्ष क्रम को ध्वस्त करने में सफल रहेंगे.
आमिर की फार्म पाकिस्तान के लिए अहम होगी क्योंकि चैंपियन्स ट्राफी फाइनल में भारत के खिलाफ तीन विकेट चटकाकर अपनी टीम को खिताब दिलाने वाले आमिर इसके बाद से 15 मैचों में सिर्फ पांच विकेट हासिल कर पाए हैं.
दो बार के विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज के खिलाफ 10 विश्व कप मैचों में पाकिस्तान सिर्फ तीन मैच जीत पाया है. वेस्टइंडीज ने 2015 में भी क्राइस्टचर्च में उसे 150 रन से हराया था.
रसेल ने तब चार छक्कों की मदद से 13 गेंद में 42 रन बनाने के बाद तीन विकेट चटकाकर अपनी टीम की जीत की नींव रखी थी. रसेल ने मंगलवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में भी वेस्टइंडीज के 421 रन के स्कोर के दौरान 25 गेंद में 54 रन बनाए और होप ने शतक जड़ा.
वेस्टइंडीज ने पिछले साल जिंबाब्वे में क्वालीफाइंग राउंड के जरिये विश्व कप में जगह बनाई है और टीम पिछले कुछ समय में फार्म हासिल करने में सफल रही है.
वेस्टइंडीज ने अपनी सरजमीं पर दुनिया की नंबर एक टीम और विश्व कप में जीत के प्रबल दावेदार इंग्लैंड के खिलाफ 2-2 से श्रृंखला बराबरी की. टीम हालांकि आयरलैंड में त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में बांग्लादेश से हार गई.