साल 2015 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के ओपनिंग गेंदबाज मोहम्मद शमी थी. हालांकि उस मैच में शमी को एक भी विकेट नहीं मिला था. लेकिन अब 4 साल बाद शमी जहां बेहतरीन फॉर्म में है लेकिन उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में जगह नहीं मिली. हालांकि इससे फैन और एक्सपर्ट एक तरफ कंफ्यूज है तो वहीं शमी के कोच भी टीम मैनेजमेंट से खफा हैं.


पाकिस्तान के खिलाफ हैमस्ट्रिंग में दिक्कत के कारण भुवनेश्वर कुमार ये मैच नहीं खेल पाए थे. इस दौरान शमी को प्लेइंग 11 में शामिल किया गया. वहीं अफगानिस्तान के खिलाफ शमी ने 4 विकेट लेकर दुनिया को ये दिखाया कि उन्हें जब मौका मिलेगा वो दमदार प्रदर्शन करेंगे. शमी ने इस दौरान वर्ल्ड कप की पहली हैट्रिक भी ली.


हालांकि इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ शमी को को सिर्फ 1 विकेट ही मिला. शमी के कोच बद्दरूद्दीन सिद्दीकी अब टीम मैनेजमेंट से खफा हैं. उनका कहना है कि जिस खिलाड़ी ने 4 मैच में कुल 14 विकेट लिए उसे सेमीफाइनल में नहीं खिलाया गया.


उन्होंने आगे कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि शमी को सेमीफाइनल से बाहर कर दिया गया है. मुझे लगा था कि श्रीलंका के खिलाफ उन्हें इसलिए आराम दिया जा रहा है जिससे उन्हें फाइनल मुकाबले में खिलाया जाए. लेकिन ये सबकुछ मेरे लिए सोचना गलत हुआ और मैनेजमेंट ने उन्हें सेमीफाइनल से बाहर कर दिया.


शमी के कोच ने ये भी कहा कि, आप शमी का भुवी पर बैटिंग को लेकर निर्भर नहीं हो सकते. मुझे लगता है कि अगर टॉप 4 बल्लेबाज अपना काम नहीं कर सकते हैं तो नीचे वाले भी नहीं कर सकते. शमी सिर्फ गेंद से कमाल कर सकते हैं.