भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले जा रहे क्रिकेट विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम बेहद बुरी हालत में नज़र आ रही है. न्यूज़ीलैंड से मिले 240 रनों के लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम 110 रनों के पार पहुंची है जबकि उसने छह विकेट गंवा दिए हैं. आखिरी अपडेट मिलने तक धोनी और जडेजा मैदान पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं.


भारतीय टीम के लिए ये जोड़ी इस मैच की आखिरी उम्मीद जैसी है. जहां धोनी जब तक नाबाद रहते हुए 47 बार टीम इंडिया को जीत दिला चुके हैं, वहीं जडेजा ने भी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 5 साल पहले एक ऐसा कारनामा किया है जो उनसे भी टीम को उम्मीदें बंधाता है.


दरअसल साल 2014 में ऑकलैंड के मैदान पर न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ही भारतीय टीम मैच खेल रही थी. उस मैच में भी भारत लक्ष्य का पीछा कर रही थी. न्यूज़ीलैंड की टीम ने उस मैच में 314 रन बनाए थे और भारत को जीत के लिए 315 रन चाहिए थे. लेकिन भारतीय टीम के बल्लेबाज़ इस मैच भी फ्लॉप रहे थे और 184 के स्कोर तक धोनी समेत टीम इंडिया के 6 प्रमुख बल्लेबाज़ वापस पवेलियन लौट गए थे.


उस स्थिति में जडेजा आठवें नंबर पर पारी के 36वें ओवर में बल्लेबाज़ी के लिए आए और अश्विन के साथ मिलकर 86 गेंदों में 131 रन जोड़कर टीम इंडिया को 314 रनों तक ले गए. हालांकि आखिर में भारत एक रन से चूक गया और ये मैच टाई रहा. लेकिन फिर भी जडेजा ने जैसी बल्लेबाज़ी की उसकी सबने तारीफ की थी.


आज भी भारतीय टीम को ऐसा चमत्कार देखने को मिल सकता है.