आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के 35वें मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया है. हालांकि पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका उतना बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई और टीम का एक भी बल्लेबाज 30 के ऊपर रन नहीं बना पाया. श्रीलंका ने अफ्रीका के सामने 204 रनों का लक्ष्य रखा है. अफ्रीका की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट ड्वयान प्रीटोरियस और क्रिस मोरिस ने लिया.


मैच के दौरान टीम ने 100 रन के भीतर ही टॉप के अपने 4 विकेट गंवा दिए थे. विश्व कप के अंतिम-4 में बने रहने के लिए श्रीलंका को इस मैच में हर हाल में जीत की दरकार होगी. दक्षिण अफ्रीकी टीम इस मैच में दो अहम बदलावों के साथ उतर रही है. वहीं श्रीलंकाई टीम ने इस मैच में एक बदलाव किया है.


1996 की विजेता इस समय अंकतालिका में सातवें स्थान पर है. उसके हिस्से दो जीत हैं और दो मैच उसके ऐसे रहे हैं जो बारिश के कारण रद्द कर दिए गए थे. इस मैच में अगर वह दक्षिण अफ्रीका को मात दे देती है तो दो अंक लेकर पांचवें स्थान पर पहुंच जाएगी.


इसके लिए श्रीलंका को उम्मीद करनी होगी कि वह उसी तरह का प्रदर्शन करे जिस तरह का उसने इंग्लैंड के खिलाफ किया था. इंग्लैंड के खिलाफ इस टीम ने 233 रनों के लक्ष्य को भी बचा लिया था. इस जीत में अनुभवी लसिथ मलिंगा का अहम योगदान रहा था. एक बार फिर उन पर बड़ी जिम्मेदारी होगी.


वहीं, दक्षिण अफ्रीका के लिए इस टूर्नामेंट में सम्मान बचाने के अलावा कुछ और नहीं बचा है. 1992 में इस टीम ने पहली बार विश्व कप में कदम रखा था और मौजूदा प्रदर्शन उसका विश्व कप में अभी तक का सबसे बुरा प्रदर्शन रहा है. उसे सात मैचों में सिर्फ एक जीत मिली है. फाफ डु प्लेसिस की कप्तानी वाली टीम इस समय अंकतालिका में नौवें स्थान पर है.


इस टीम के पास खोने को कुछ नहीं है इसलिए निडर होकर खेलेगी. ऐसे में श्रीलंका के लिए थोड़ी चिंता हो सकती है. टीम की बल्लेबाजी पूरे टूर्नामेंट में निराशाजनक रही है और आज के मैच में भी कुछ कमाल नहीं हो पाया. गेंदबाजी में जरूर कागिसो रबाडा और लुंगी नगिदी ने अच्छा किया है लेकिन उनकी मेहनत बेकार ही रही है.