भारत- न्यूजीलैंड के बीच खेला गया सेमीफाइनल मुकाबला एक ऐसे थ्रो पर निर्भर हो गया था जिसके बाद टीम इंडिया के साथ फैंस भी ये मान बैठे की अब उनका सफर यहीं खत्म होता है. जी हैं हम बात कर रहे हैं मार्टिन गुप्टिल के थ्रो की जिससे धोनी रनआउट हो गए. रनआउट होते ही उन 1.25 बिलियन लोगों का भी सपना टूट गया जो वर्ल्ड कप जीत की आस लगाए बैठे थे. भारत 18 रनों से मैच हार गया. जब दोनों पवेलियन जाने लगे तो ये बातें भी होने लगी कि क्या आखिरी बार माही मैदान से बाहर जा रहे हैं.


हालांकि वो धोनी का 350वां मैच था जिसमें उन्होंने 50 रन बनाए . लेकिन नतीजा कुछ और ही निकला. अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या धोनी को रिटायर हो जाना चाहिए. और इसका जवाब दिया है खुध मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने.


तेंदुलकर ने कहा कि, '' ये धोनी का खुद का निर्णय है. सभी लोगों को उन्हे स्पेस और इज्जत देनी चाहिए. क्योंकि धोनी ने भारतीय टीम को जहां पहुंचाया है ऐसा कम लोग ही कर पाते हैं. और इतना कुछ करने वाले लोगों पर हमें ये छोड़ देना चाहिए कि वो खुद अपना निर्णय लें.''


धोनी के नाम अभी तक कुल 10,000 रन हैं जहां उन्होंने वनडे में 10 शतक लगाए हैं. वो इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की है. सचिन ने आगे कहा कि, और किन खिलाड़ियों का करियर ऐसा है? उनका स्पेशल करियर है. धोनी पर लोग भरोसा करते हैं कि वो अंत तक खेलेंगे और खेल खत्म करेंगे. वो जब तक क्रीज पर होते हैं खेल तबतक चलता है.''