इंग्लैंड को पहला विश्व कप खिताब दिलाने वाले कप्तान इयोन मोर्गन जीत के बाद बेहद खुश नजर आए और अपनी टीम की जमकर तारीफ की. मैच के बाद मोर्गन ने कहा, "मेरे और मेरी टीम समेत पिछले चार साल में इससे जुड़े सभी लेगों के लिए यह जीत बहुत मायने रखती है. सही योजना, कड़ी मेहनत, समर्पण, प्रतिबद्धता और किस्मत का साथ होने के कारण आज हम खिताब जीत पाए हैं."

मोर्गन ने कहा, "देश में और देश के बाहर हमारा समर्थन करने वाले सभी लोगों के लिए यह सफर शानदार रहा, धन्यवाद. टूर्नामेंट के शुरू होने के बाद से हमारा प्रदर्शन कैसा भी रहा हो लेगों ने हम पर विश्वास दिखाया क्योंकि हमने खुद पर विश्वास किया. मैं सभी को इसके लिए धन्यवाद देना चाहता हूं."

इयोन मोर्गन ने मैच के बाद कहा, 'हमारे साथ अल्लाह भी थे. मैंने आदिल रादिश से बात की थी, उन्होंने कहा कि अल्लाह निश्चित तौर पर हमारे साथ हैं. यह वास्तव में हमारी टीम को दर्शाता है. हम एकदम ही अलग पृष्ठिभूमि और संस्कृतियों और अलग-अलग देशों में बड़े हुए लोग हैं.'

सुपर ओवर से पहले उनके और खिलाड़ियों के बीच हुई बातचीत के बारे में बात करते हुए मोर्गन ने कहा, "हां, मैंने उन्हें मुस्कुराने, हंसने, आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित किया क्योंकि मैच सुपर ओवर में गया था और डिफेंड करना था इसके कारण हम पर काफी दबाव था. खिलाड़ियों के चेहरों पर थोड़ी मुस्कान लानी थी और उन्होंने शानदार प्रतिक्रिया दी."

मोर्गन ने कहा, "हमने फाइनल में पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की थी और आप जानते हैं कि एक थका देने वाले दिन में 'सुपर ओवर' खेलने के लिए आपको काफी अधिक प्रयास करने की जरूरत होती है. इसलिए शांत रहना बहुत जरूरी है, चाहे हम जीते या हारें, हमने बेहतरीन चीजें की."

लॉर्ड्स के मैदान में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच खेला गया मैच बेदह रोमांचक रहा और मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर भी टाई हो गया. लेकिन इंग्लैंड (24) की टीम न्यूजीलैंड (16) से ज्यादा बाउंड्री होने की वजह पहली बार वर्ल्ड कप खिताब जीत गई.