BLOG: जो विराट के साथ कभी नहीं हुआ वो अब क्यों हो रहा है?
विराट कोहली को ऐसा कभी नहीं देखा. विराट कोहली ऐसे बल्लेबाज हैं जिनकी रनों की भूख कभी खत्म नहीं होती. वो अपने विकेट की कीमत बखूबी जानते हैं. यही वजह है कि वो इस वक्त दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं.
विराट कोहली को ऐसा कभी नहीं देखा. विराट कोहली ऐसे बल्लेबाज हैं जिनकी रनों की भूख कभी खत्म नहीं होती. वो अपने विकेट की कीमत बखूबी जानते हैं. यही वजह है कि वो इस वक्त दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं. लेकिन इस विश्व कप में ये पांचवा मौका हो गया जब विराट कोहली ने अच्छी शुरुआत की, क्रीज पर निगाहें जमाईं, अर्धशतक भी लगाया और फिर अर्धशतक को शतक में तब्दील किए बिना पवेलियन लौट गए.
इंग्लैंड के खिलाफ रोहित शर्मा के साथ वो बहुत सूझबूझ से खेल रहे थे. भारतीय टीम की जीत की उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए उन्हें खेलना था. लेकिन अर्धशतक के बाद लिएम प्लंकेट की गेंद पर वो गलती कर बैठे. उन्होंने बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ एक गलत शॉट खेलकर विंस को कैच थमा दिया. उनके आउट होते ही भारतीय टीम की जीत की उम्मीद कमजोर हो गई.
338 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही टीम बिना विराट कोहली के संघर्ष करती ही दिखी. हार्दिक पांड्या ने कुछ उम्मीदें जगाई लेकिन उनके अकेले के बूते की बात नहीं थी. भारतीय टीम को शिखर धवन की कमी जरूर खली होगी. शिखर की गैरमौजूदगी के बाद पैदा हुई स्थितियों से शायद विराट कोहली अब भी दबाव में हैं. जिसकी वजह से बड़े मौकों पर उनका ध्यान भंग हो रहा है.
विश्व कप में पांचवी बार अर्धशतक बनाकर आउट विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ 66 रन बनाकर आउट हुए. इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ 72 रनों की पारी खेलने के बाद वो आउट हो गए थे. इससे पहले अफगानिस्तान के खिलाफ भी वो 67 रन बनाकर विकेट गंवा बैठे थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वो शतक के सबसे करीब पहुंचे थे. जब उन्होंने 82 रनों की पारी खेली थी. पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने 77 रन बनाए थे. विश्व कप में वो बतौर कप्तान लगातार पांच अर्धशतक बनाने वाले पहले कप्तान भी बन गए.
विराट बड़े को हमेशा से बड़े मैच का खिलाड़ी माना जाता है. उन्होंने बड़े लक्ष्य का पीछा करने में हमेशा अहम रोल निभाया है. विराट ने वनडे में कुल 41 शतक बनाए हैं और इसमें से 33 बार टीम इंडिया को जीत मिली है. यानी उनका शतक काफी हद तक टीम इंडिया की जीत की गारंटी है. लेकिन फिलहाल वो इस मुकाम तक पहुंचने से दूर हैं.
इंग्लैंड में लग जाती है बल्लेबाजी को नजर ये एक बुरा संयोग ही है कि दुनिया भर में कमाल की बल्लेबाजी करने वाले विराट कोहली इंग्लैंड की पिचों पर हमेशा परेशान हुए हैं. इस बात को ऐसे भी समझा जा सकता है कि अर्धशतकों को शतक में बदलने के मामले में इंग्लैंड में उनके रिकॉर्ड्स बहुत खराब हैं. इंग्लैंड को छोड़ विराट का कन्वर्जन रेट हर देश में शानदार रहा है. दूसरे देशों में विराट ने 82 बार 50 का आंकड़ा वनडे में पार किया और 40 बार उसे शतक में तब्दील किया. जबकी इंग्लैंड में वो अब तक 13 अर्धशतक लगाने के बाद सिर्फ 1 बार उसे शतक में बदल पाए हैं. विराट की ये परेशानी अभी तो किसी के लिए चिंता का सबब नहीं है क्योंकि भारतीय टीम लगातार जीत रही थी.
लेकिन अब आने वाले मैचों में उन्हें मैच फिनिश करने होंगे. अभी भारतीय टीम को बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ लीग मैच खेलना है. यानी सेमीफाइनल में उसके पहुंचने के रास्ते में कोई रूकावट आती नहीं दिखती लेकिन असली परेशानी सेमीफाइनल की है. सेमीफाइनल के बड़े मैच में जब उसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड या इंग्लैंड जैसी टीम से टकराना होगा तो विराट कोहली की ये परेशानी ज्यादा गंभीर दिखने लगेगी. शिखर धवन की चोट के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ही हैं जिन्हें मैच फिनिश करना होगा. क्योंकि मौजूदा फॉर्म बताता है कि सिर्फ धोनी, हार्दिक पांड्या या ऋषभ पंत के दम पर बड़े मैचों को जीतने का प्लान बनाना थोड़ी नादानी है.