India World Test Championship Scenarios: भारत के लिए अपकमिंग टेस्ट सीजन काफी अहम होने वाला है. घरेलू और विदेशी मैचों की यह सीरीज बांग्लादेश के खिलाफ शुरू होगी और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के साथ खत्म होगी. इसके बाद 11 जून से लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल खेला जाएगा, जहां डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल की टॉप दो टीमें खिताब के लिए भिड़ेंगी.


भारत फिलहाल में 68.52% जीत प्रतिशत के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 ​​चक्र में टॉप पर है. ऑस्ट्रेलिया 62.5% के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि न्यूजीलैंड 50% जीत प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए अपकमिंग 10 टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.


भारत के लिए गणित क्या कहता है?


रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की वेबसाइट पर पब्लिश रिपोर्ट के अनुसार, भारत को अपनी जीत का प्रतिशत 60% से ऊपर बनाए रखने के लिए अगले 10 टेस्ट मैचों में से कम से कम 7 जीतने होंगे. बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की सीरीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज बेहद अहम होगी. इन पांच मैचों में जीत से भारत की स्थिति मजबूत होगी.


इसके बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जहां बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे. ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है और यहां भी कम से कम दो मैच जीतने की उम्मीद है. अगर भारत घरेलू सीरीज के सभी 5 मैच और ऑस्ट्रेलिया में 2 मैच जीत लेता है, तो वह अपनी मौजूदा स्थिति को बरकरार रख सकता है.


हालांकि, भारत को टॉप टू में जगह बनाने के लिए कम से कम 5 जीत और 1 ड्रॉ की जरूरत है. अगर भारत 6 जीत दर्ज करता है, तो उसकी जीत का प्रतिशत 64.03% हो जाएगा, जिससे यह लगभग तय हो जाएगा कि टीम फाइनल में जगह बनाएगी.


ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की स्थिति
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के पास खेलने के लिए 7 टेस्ट बचे हैं. उन्हें डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह पक्की करने के लिए 47 अंक चाहिए, जो चार जीत या तीन जीत और एक ड्रॉ से हासिल किया जा सकता है. दूसरी ओर, न्यूजीलैंड के पास 8 मैच बचे हैं, जिनमें से 5 एशिया में खेले जाएंगे. उन्हें 60% जीत प्रतिशत हासिल करने के लिए 6 जीत या 5 जीत और 1 ड्रॉ की आवश्यकता होगी.


यह भी पढ़ें:
DULEEP TROPHY 2024: पिता का सपना था बेटा बने बल्लेबाज, लेकिन अब घातक स्पिन से उखाड़ रहे स्टम्प्स, मानव सुधार की दिलचस्प कहानी