इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच अगले महीने इंग्लैंड के साउथैम्टन मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाना है. भारत के टेस्ट क्रिकेट के 89 साल के इतिहास में तटस्थ स्थान पर उनका पहला टेस्ट होगा. टेस्ट दर्जा रखने वाले देशों में भारत के अलावा बांग्लादेश ही ऐसा देश है जिसने तटस्थ स्थान पर टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है.


पिछले 10 साल में अधिकतर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीमों ने पाकिस्तान के खिलाफ तटस्थ स्थान पर सीरीज खेली है. इसकी वजह पाकिस्तान में क्रिकेट का आयोजन नहीं होना रही. पाकिस्तान के साथ सीरीज ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात में हुई थी.


2009 की शुरूआत में जब श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर बंदूकधारियों ने हमला किया था, तब से 10 साल तक कोई भी देश पाकिस्तान नहीं गया. इसलिए पाकिस्तान ने यूएई में ही अपने टेस्ट मैच खेलने का फैसला किया.


मौका चूक गई थी टीम इंडिया


लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच 2008 में मुंबई पर हुए हमले के बाद से विवाद काफी बढ़ गया इसलिए दोनों देशों के बीच पिछले 14 साल से टेस्ट मैच नहीं खेला गया है. इसी वजह से भारत और पाकिस्तान ने तटस्थ स्थान पर कोई टेस्ट मैच भी नहीं खेला. 


भारत के पास 1999-00 में एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान तटस्थ स्थान पर खेलने का मौका था. फाइनल ढाका में खेला गया था लेकिन भारत उस तक पहुंचने में असफल रहा. पाकिस्तान और श्रीलंका ढाका में खिताबी भिड़ंत में शामिल थे.


साउथैम्प्टन में डब्ल्यूटीसी फाइनल हालांकि 4,000 की भीड़ के सामने खेला जाएगा और इसमें बहुत सारे भारतीय फैंस शामिल हो सकते हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलने के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ी दो जून को इंग्लैंड रवाना होंगे. न्यूजीलैंड की टीम पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुकी है और वह अगले महीने फाइनल से पहले मेजबान के खिलाफ दो टेस्ट मैच भी खेलेगी.


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