WPL Auction 2023: 87 खिलाड़ियों पर खर्च हुए 59.50 करोड़ रुपए, दो फ्रेंचाइजियों के पर्स हो गए पूरे खाली; जानें बड़ी बातें
Women's IPL Auction 2023: महिला प्रीमियर लीग के पहले ऑक्शन में उपलब्ध 90 में से 3 स्लाट खाली रह गए. फ्रेंचाइजियों के ऑक्शन पर्स में कुल 50 लाख रुपए भी बचे रह गए.
WPL Auction: महिला प्रीमियर लीग (WPL) की पहली नीलामी में 5 फ्रेंचाइजियों के पास ऑक्शन पर्स में कुल 60 करोड़ रुपए थे. हर फ्रेंचाइजी के पास 12-12 करोड़ खर्च करने की सीमा थी. इनमें से हर फ्रेंचाइजी को 9-9 करोड़ खर्च करना अनिवार्य भी था. हालांकि नीलामी में कुछ इस कदर होड़ मची की 9 करोड़ तो दूर, कुछ फ्रेंचाइजियों के तो पूरे पर्स खाली हो गए.
मुंबई और यूपी की टीमों के पास खाली रह गए स्लॉट
मुंबई इंडियंस और यूपी वारियर्ज़ ने अपने पूरे 12-12 करोड़ खर्च कर डाले. यह दोनों टीमें ऐसी रहीं, जो अपनी स्क्वाड में 18-18 खिलाड़ी भी नहीं चुन पाई. मुंबई इंडियंस ने जहां 17 खिलाड़ी खरीदे, वहीं यूपी वारियर्ज़ ने 16 खिलाड़ियों को स्क्वाड में शामिल किया. बता दें कि इस नीलामी में हर फ्रेंचाइजी को कम से कम 15 और ज्यादा से ज्यादा 18 खिलाड़ी चुनने की सीमा थी.
इन तीन फ्रेंचाइजियों ने बचा लिए कुल 50 लाख
दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और गुजरात जायंट्स ने अपनी-अपनी स्क्वाड में 18 खिलाड़ी पूरे कर लिए. यहां दिल्ली कैपिटल्स के पास सबसे ज्यादा फंड बचा. इस फ्रेंचाइजी के पास 35 लाख बचे रह गए. वहीं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ऑक्शन पर्स में 10 लाख और गुजरात जायंट्स के पास 5 लाख बाकी रह गए. इस तरह कुल उपलब्ध 60 करोड़ की रकम में से 50 लाख रुपए बच गए. 59.50 करोड़ रुपए में 87 खिलाड़ियों को खरीदा गया.
कुछ अन्य खास बातें
- स्मृति मंधाना 3.40 करोड़ रुपए के साथ सबसे महंगी खिलाड़ी बनीं. उन्हें RCB ने खरीदा.
- विदेशी खिलाड़ियों में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एश्ले गार्डनर को सबसे ज्यादा दाम मिले. उन्हें गुजरात जायंट्स ने 3.20 करोड़ में खरीदा.
- गेंदबाजों में भारतीय खिलाड़ी रेणुका सिंह सबसे महंगी रहीं. उन्हें RCB ने डेढ़ करोड़ में खरीदा.
- 87 में से 20 खिलाड़ी ऐसी रहीं, जिन्हें एक करोड़ से ज्यादा दाम मिले.
- एक करोड़ से ज्यादा दाम पाने वाली खिलाड़ियों में भारत से 10, ऑस्ट्रेलिया से 5, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से 2-2 और न्यूजीलैंड से एक खिलाड़ी रही.
- कुल खर्च हुई रकम (59.50 करोड़ रुपए) का लगभग एक तिहाई हिस्सा 7 खिलाड़ियों पर खर्च हुआ.
- खरीदी गईं 87 में से 57 खिलाड़ी भारतीय रहीं और 30 खिलाड़ी विदेशी रहीं. सभी फ्रेंचाइजियों ने विदेशी खिलाड़ियों का उपलब्ध कोटा पूरा किया.
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