भारत में दिन-रात का पहला टेस्ट मैच 22 से 26 नवंबर तक यहां ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेला जाएगा. भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा उन दो खिलाड़ियों में से एक हैं, जो पहले भी दुधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से खेल चुके हैं. साहा अब भारतीय टीम के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं.

भारतीय खिलाड़ियों में साहा और मोहम्मद शमी को ही घरेलू क्रिकेट में दिन-रात टेस्ट मैच खेलने का अनुभव है. दोनों खिलाड़ी 2016 में ईडन गार्डन्स में सीएबी के सुपर लीग फाइनल में दिन-रात क्रिकेट खेल चुके है.

साहा ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के लिए पहली बार दिन-रात टेस्ट मैच खेलना चुनौतीपूर्ण रहेगा.

साहा ने कहा, "हमारे सामने यह एक नई चुनौती होगी. हमने गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच नहीं खेला है. मैं घरेलू क्रिकेट में गुलाबी गेंद वाली मैच का हिस्सा रह चुका हूं. महत्वपूर्ण बात यह है कि एक टीम के रूप में आप इस चुनौती का किस तरह से सामना करते हैं और मुझे विश्वास है कि हम करेंगे."

यह पूछे जाने पर कि क्या आप अपने टीम साथियों की मदद करने के लिए तैयार हैं, साहा ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मुझे कुछ भी याद नहीं है. शमी ने वास्तव में तेज गेंदबाजी की थी और हम (मोहन बागान) जीत गए थे. एक चीज मुझे याद है वह यह है कि गेंद को पकड़ने में मुझे कठिनाई हो रही थी."