कैसा बर्ताव करेगी पिच? पिच रिपोर्ट
ओवल की पिच बल्लेबाज़ों के लिए काफी मददगार साबित होती है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि इस मैदान पर जून के महीने में टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस मैदान पर इंग्लैंड के बाकी मैदानों के मुकाबले स्पिनर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले से पहले आई रिपोर्ट्स में बताया गया कि यहां की विकेट पर हरी घास देखने को मिलेगी.
इसको देख यही लग रहा है कि यहां तेज़ गेंदबाज़ों का बोलबाला होगा. ग्रीन टॉप अच्छा बाउंस दे सकती है, जो ज़ाहिर तौर पर तेज़ गेंदबाज़ों के लिए कारगर होगा. हालांकि, ऐसा कहा गया है कि मैच के दो दिनों के बाद पिच के मिजाज मे बदलाव देखने को मिल सकेगा.
क्या टॉस बनेगा बॉस?
ओवल के इस मैदान पर अब तक कुल 105 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें टॉस ने हार-जीत में बहुत कम ही किरदार अदा किया है. पहले और बाद में बैटिंग करने वाली, दोनों ही टीमों को लगभग बराबर जीत मिली है. हां, पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीमों ने कुछ ज़्यादा जीत दर्ज की है. कुल 105 मैचों में पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीमों ने 38, जबकि बाद में बैटिंग करने वाली टीमों ने 29 मैचों में जीत अपने नाम की है.
ऐसा रहा है चारों पारियों का औसत स्कोर
इस मैदान पर पारी बढ़ने के साथ औसत टोटल घटता जाता है. इस लिहाज से देखा जाए तो दिन बढ़ने के साथ-साथ पिच पर गेंदबाज़ों का कब्ज़ा होने लगता है. इस मैदान पर पहली पारी का औसत स्कोर 343, दूसरी पारी का 304, तीसरी पारी का 238 और चौथी पारी का 156 रहता है.
यहां इंग्लैंड ने बनाया सबसे बड़ा टोटल
ओवल के इस मैदान पर इंग्लैंड की टीम ने अब तक एक पारी में सबसे बड़ा टोटल बनाया है. इंग्लिश टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए एक मैच की एक पारी में 335.2 ओवर में 903/7 रनों का स्कोर बोर्ड पर लगाया था. वहीं यहां सबसे कम टोटल बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम पर दर्ज है. कंगारू टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एक टेस्ट मैच की एक पारी में 26 ओवर में 44 रनों का टोटल स्कोर किया था.
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