WTC Final: इंग्लैंड में बल्लेबाजी के लिए हालात बेहद चुनौतीपूर्ण, तकनीक में बदलाव कर पाई जा सकती है सफलता- रहाणे
टीम के उप-कप्तान रहाणे के अनुसार अगर आप इंग्लैंड की परिस्थिति के अनुसार अपने खेल को ढाल लेते हैं तो एक बल्लेबाज के तौर पर आप यहां आसानी से सफलता पा सकते हैं. साथ ही उनका मानना है कि एक टीम के तौर पर पिछले दो सालों के निरंतर प्रदर्शन के चलते ही भारत डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुआ है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से इंग्लैंड के साउथैम्प्टन में खेले जाने वाले आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल को लेकर भारतीय खिलाड़ियों की तैयारी जोरों पर है. भारतीय टीम के उप-कप्तान और मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का मानना है कि जो बल्लेबाज चुनौतियों का सामना पसंद करते हैं वो इंग्लैंड की असमान हालात के अनुसार अपने खेल को आसानी से ढाल लेते हैं. साथ ही उनका मानना है कि एक बल्लेबाज के तौर पर सफल होने के लिए यहां के मैदानों पर आपको गेंद को अपने शरीर के बेहद करीब और सीधे बल्ले से खेलना होता है.
बीसीसीआई टीवी से बात करते हुए रहाणे ने कहा, "जो बल्लेबाज चुनौतीपूर्ण हालात में खेलना पसंद करते हैं उन्हें इंग्लैंड में खेलना पसंद आएगा. एक बार जब आप क्रीज पर जम जाते हैं उसके बाद यहां बल्लेबाजी करने में मजा आता है. एक बल्लेबाज के तौर पर अपने पिछले दौरों के दौरान मैंने इस बात का अनुभव किया है कि यहां आप गेंद को जितना अपने शरीर से नजदीक और सीधे बल्ले से खेलेंगे आप उतना सफल होंगे. " साथ ही उन्होंने कहा, "साथ ही एक बल्लेबाज के तौर पर मेरा मानना है कि इंग्लैंड के मैदानों में आप कभी भी पूरी तरह से सेट नहीं होते हो. यहां हालात इस तरह के होते हैं कि चाहे आप 70 या 80 रन पर भी बल्लेबाजी कर रहे हो फिर भी आप किसी भी समय एक शानदार गेंद का शिकार हो सकते हो."