WTC Final: भारतीय टीम कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में साउथेम्प्टन के एजेस बाउल में न्यूजीलैंड के खिलाफ शुक्रवार से खेले जाने वाले आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए पूरी तरह तैयार है. विराट की पत्नी अनुष्का शर्मा भी उनकी हौसलाअफजाई के लिए यहां पहुंची हैं. विराट और अनुष्का दोनों ही क्रिकेट के सबसे मशहूर 'पॉवर कपल' में से एक हैं. पिछले कुछ समय में कई बार विराट के खराब प्रदर्शन के लिए अनुष्का को भी पूर्व क्रिकेटरों और उनके प्रसंशकों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. ऐसा ही कुछ साल 2019 में देखने को मिला था जब भारत के पूर्व विकेटकीपर फारूख इंजीनियर ने उस समय की बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वो वर्ल्ड कप के दौरान अनुष्का शर्मा को चाय पिलाने में व्यस्त थी.
हाल ही में फारूख के इन आरोपों पर उस समय के बीसीसीआई के चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने जवाब दिया है. एक क्रिकेट वेबसाइट के साथ इंटरव्यू के दौरान प्रसाद ने कहा कि सेलेक्शन कमेटी को उस समय इस तरह के विवाद में बेकार में घसीटा गया था. उन्होंने कहा, "उस समय सेलेक्टर्स पर इस तरह आरोप लगाना पूरी तरह गलत था. जब टीम इंडिया ने कई स्टार खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था तब किसी ने हमारी सराहना नहीं की. हालांकि हमें इस से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि टीम मैनेजमेंट ने हमारे प्रयासों की पूरी इज्जत की. बाहर बैठे लोग चाहे कुछ भी कहें, टीम के सदस्यों को पता है कि हम कितनी मेहनत करते हैं. टीम इंडिया के बॉलिंग कोच भरत अरुण और पारस म्हाम्ब्रे इस बात को अच्छी तरह समझते हैं."
अनुष्का ने भी किया था खंडन
अनुष्का शर्मा ने भी उस समय फारूख इंजीनियर के आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि वो बेमतलब का विवाद खड़ा करने के लिए किसी को भी अपने नाम का इस्तेमाल नहीं करने देंगी. अनुष्का ने ट्विटर पर अपना बयान जारी करते हुए कहा था, "मेरा नाम लगातार इस तरह के विवादों में घसीटा जा रहा है. हाल ही में एक बार फिर ये बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है कि विश्व कप के दौरान भारतीय टीम के चयनकर्ता मुझे चाय सर्व कर रहे थे. मैं विश्व कप के दौरान केवल एक मैच देखने मैदान पर आई थी और उस दौरान मैं फ़ैमिली बॉक्स में बैठी थी ना कि सेलेक्टर्स के लिए रिजर्व किए गए हिस्से में."
साथ ही अनुष्का ने कहा था, "यदि आपको सेलेक्शन कमिटी से कोई परेशानी है या उनकी योग्यता पर कोई सवाल खड़े करने हैं तो आप आप बेशक ऐसा कर सकते हैं, ये आपकी निजी राय हो सकती है. लेकिन केवल अपनी राय को सेन्सेशनल बनाने के लिए आप मेरे नाम का इस तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते. मैं किसी को भी इस तरह से मेरे नाम का गलत इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दे सकती."
क्या था पूरा मामला
साल 2019 में भारत के पूर्व विकेटकीपर फारूख इंजीनियर ने उस समय की सेलेक्शन कमेटी पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि, "ये सेलेक्शन कमेटी 'मिकी माउस' है जो वर्ल्ड कप के दौरान अनुष्का शर्मा को चाय पिलाने में व्यस्त थी." ये बात उन्होंने दिलीप वेंगसरकर के क्रिकेट एकेडमी में कही.
81 साल के इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा था कि "ऐसे सेलेक्टर्स क्वालिफाई भी कैसे कर सकते हैं. इन लोगों ने 10 से 12 मैच खेले हैं. वर्ल्ड कप के दौरान मैं एक सेलेक्टर्स को जानता भी नहीं था. उसने भारतीय ब्लेजर पहना था इसलिए मैंने जब उस से उसका परिचय पूछा तब उसने कहा था कि वो भी एक सेलेक्टर है.''
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