WWC17: 44 सालों का इतिहास बदलने से 9 रनों से चूक गई टीम इंडिया
नई दिल्ली/लॉर्ड्स: महिला विश्वकप फाइनल में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हाथों 9 रनों से हारकर भारतीय टीम का इतिहास रचने का सपना टूट गया. पूनम राउत-हरमनप्रीत के अर्धशतक और झूलन की बेहतरीन गेंदबाज़ी भी भारतीय टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं रही.
भारतीय महिला टीम की 44 सालों के इतिहास को बदलने की कोशिश आखिरी के कुछ पलों में हार गई. क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स पर भारतीय महिलाओं ने मैच में पूरी जान लगाई लेकिन आखिरी के कुछ पलों में एक के बाद खराब शॉट खेलना और दबाव में आना भारतीय टीम पर भारी पड़ गया.
इंग्लैंड की स्टार शरबसोल के आगे दवाब में आई टीम इंडिया हार का मुंह देखना पड़ा. शरबसोल ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए 9.4 ओवरों में 46 रन देकर 6 विकेट चटकाए.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने भारत के सामने 229 रनों का लक्ष्य रखा. जिसके जवाब में भारत के लिए पूनम राउत और स्मृति मंधाना की जोड़ी मैदान पर उतरी. लेकिन दूसरे ओवर में ही भारतीय टीम ने स्मृति मंधाना का विकेट गंवा दिया. स्मृति शुरूआती मैचों को छोड़ पूरे टूर्नामेंट में लगातार फेल होती रही. स्मृति के विकेट के बाद कप्तान मिताली राज़ ने पूनम के साथ मिलकर टीम को संभाला.
दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 38 रनों की साझेदारी हुई. लेकिन इसके बाद कप्तान मिताली(17 रन) बेहद खराब रनिंग की वजह से रन-आउट हो गई. मिताली आईसीसी महिला विश्वकप 2017 की सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज़ बनने से एक रन से चूक गई. 43 रन के स्कोर पर दूसरा विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम मुश्किल में थी. लेकिन तभी पिछले मैच की हीरो हरमनप्रीत कौर मैदान पर उतरी और उन्होंने पूनम के साथ मिलकर टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया.
दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 95 रनों की साझेदारी हुई. इस दौरान हरमनप्रीत और पूनम ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए. लेकिन हरमनप्रीत(51 रन) कौर इसके बाद एक बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में बाउंड्री लाइन पर कैच थमा बैठी.
3 विकेट गंवाने के बाद भी पूनम ने एक छोर पर खूंटा गाढ़े रखा और टीम इंडिया को लक्ष्य की तरफ ले जाती रही. लेकिन लक्ष्य से ठीक पहले पूनम राउत(86 रन) शरबसोल की गेंद पर एलबीडबल्यू आउट हो गई. इस दौरान पूनम अपने करियर का तीसरा वनडे शतक पूरा करने से भी चूक गई.
पूनम के आउट होने के बाद टीम इंडिया को सुषमा और अच्छी बल्लेबाज़ी कर रही वेदा कृष्णामूर्ति से काफी उम्मीदें थीं. लेकिन सुषमा स्वीप शॉट खेलने की कोशिश में शून्य के स्कोर पर बोल्ड हो गई. सुषमा के बाद वेदा(35 रन) और झूलन गोस्वामी(0 रन) बिना खाता खोले वापस पवेलियन लौट गई.
आखिरी ओवरों में दीप्ती शर्मा ने टीम इंडिया को जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन वो टीम के लिए नाकाफी साबित हुई और देश का विश्वकप खिताब जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया. इंग्लैंड के लिए शरबसोल के अलावा एलेक्स हार्टले ने 2 विकेट चटकाए. इसके अलावा बाकी सभी गेंदबाज़ों ने बेहद कसी हुई गेंदबाज़ी कर जीत अपनी टीम की झोली में डाल दी.
इससे पहले झूलन गोस्वामी के शानदार स्पेल और भारतीय स्पिनर्स की बेहतरीन गेंदबाज़ी की मदद से टीम इंडिया, इंग्लैंड को 228 रनों पर रोकने में कामयाब रही थी. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड को अच्छी शुरूआत मिली. लेकिन मिडिल ओवर्स में भारतीय गेंदबाज़ों ने मैच में वापसी कर इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम कर दिया.
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड की टीम की ओपनर लॉरेन विनफील्ड और ब्यूमॉन्ट ने 11.1 ओवर में 47 रनों की अच्छी शुरूआत दी. लेकिन इसके बाद राजेश्वरी गायकवाड़ ने लॉरेन(24 रन) के विकेट चटकाकर टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई.
47 रन के स्कोर पर पहला विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड की टीम अपनी राह भटक गई. इसके बाद पूनम यादव ने एक के बाद एक 2 विकेट झटककर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी. पहले उन्होंने 60 के स्कोर पर टैमी ब्यूमॉन्ट(23 रन) का विकेट झटकाया. इसके बाद हीथर नाइट 1 रन बनाकर वापस लौट गई.
लेकिन जल्दी-जल्दी 3 विकेट गंवाने के बाद विकेटकीपर बल्लेबाज़ साराह टेलर और नैटेली स्कीवर के बीच हुई 83 रनों की साझेदारी ने टीम इंडिया की मुश्किले बढ़ा दी. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने संभलकर बल्लेबाज़ी करते हुए टीम के स्कोर को 150 रनों के करीब पहुंचाया.
लेकिन इसके बाद कप्तान मिताली ने अपनी सबसे अनुभवी गेंदबाज़ी झूलन गोस्वामी का रूख किया. झूलन ने अपने अनुभव का भरपूर फायदा उठाते हुए टीम को लगातार 2 गेंदों पर 2 बड़े ब्रेक थ्रू दिला दिए. झूलन ने पारी के 33वें ओवर में पहले साराह टेलर(45 रन) को चलता किया. इसके तुरंत बाद अगली गेंद पर ही उन्होंने फ्रेन विलसन को शून्य पर आउट कर दिया.
इसके थोड़ी देर बाद नैटेली स्कीवर(51 रन) भी अर्धशतक लगाकर चलती बनी.
अंत में कैथरीन ब्रंट(34 रन) ने कुछ अच्छे रन जोड़े लेकिन दीप्ती शर्मा ने उन्हें रन-आउट कर चलता कर दिया.
पूरी टीम के मिले जुले प्रदर्शन की मदद से इंग्लैंड की टीम ने 50 ओवर की समाप्ती पर 7 विकेट गंवाकर 228 रन बनाने में कामयाब हुई.
भारत के लिए झूलन गोस्वामी ने 10 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट चटकाए. जबकि पूनम यादव को 2 और राजेश्वरी गायकवाड़ को 1 विकेट मिला.