बीते दिन वेस्टइंडीज़ में महिला टी20 विश्वकप के ग्रुप मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से मात दे दी. इस जीत में टीम की नींव रखने वाली सबसे बड़ी स्टार रहीं स्मृति मंधाना. जिन्होंने विश्वकप में पहली बार अपनी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदला और टीम को अहम स्कोर देने में मदद की. अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने वाली स्मृति मंधाना ने 55 गेंद में 83 रन बनाए.


लेकिन स्मृति खुद किसी और खिलाड़ी का धन्यवाद करना चाहती हैं. उन्होंने वेदा कृष्णमूर्ति का भी आभार जताया जिन्होंने उन्हें डीआरएस लेने के लिए कहा जबकि उन्हें लग रहा था कि वह आउट हैं.


भारतीय पारी के 15वें ओवर में स्मृति 62 रन बनाकर खेल रही थी. तभी एक गेंद पर अंपायर ने उन्हें एलबीडबल्यू करार दे दिया. लेकिन वेदा के कहने पर स्मृति ने डीआरएस लिया और वो बच गईं.


स्मृति ने कहा, ‘‘पहले तीन मैचों में मैंने शुरुआत की लेकिन इसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाई. इसलिए मैं आज बड़ी पारी खेलना चाहती थी. वेदा ने रिव्यू लेने पर जोर दिया और उसे धन्यवाद देती हूं कि हम 20 से 30 अतिरिक्त रन बना पाए.’’


टीम की उप कप्तान स्मृति ने कप्तान की बात को दोहराया कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण शानदार था.


वहीं स्मृति अलावा टीम की सबसे युवा सदस्य जेमिमा रोड्रिगेज ने कहा कि टीम का लक्ष्य 23 नवंबर को सेमीफाइनल में इस लय को बरकरार रखना है.


आईसीसी की वेबसाइट ने जेमिमा के हवाले से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह महत्वूर्ण है, हमारे लिए और हमारी टीम के लिए क्योंकि हम लय में हैं.’’


उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमें यह लय बरकार रखनी होगी, जो कर रहे हैं उसे जारी रखना होगा, सिर्फ नतीजों पर ध्यान नहीं देना होगा. मुझे लगता है कि इसका हमारी टीम पर बड़ा असर पड़ेगा. हमें आत्ममुग्धता से बचाना होगा और सेमीफाइनल में और बेहतर करने का प्रयास करना होगा.’’


जेमिमा ने खुलासा किया कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से पूर्व पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप के दौरान इस टीम के खिलाफ हरमनप्रीत की 171 रन की एतिहासिक पारी पर भी चर्चा हुई.