India vs Australia 2nd T20I: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में दूसरा टी20 मैच तिरुवनंतपुरम में खेला गया था, और इस मैच में भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के आस-पास भी भटकने नहीं दिया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ टॉस जीता, और उसके अलावा कुछ भी नहीं. भारत को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया और भारत टी20 फॉर्मेट में अपना सबसे बड़ा स्कोर बना दिया. भारत ने 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 235 रन बनाए, जबकि ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 191 रन ही बना पाई, और 44 रनों से मैच हार गई. इस मैच का प्लेयर ऑफ द मैच यशस्वी जायसवाल को बनाया गया, जिन्होंने शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया को मैच से लगभग बाहर कर दिया था. जायसवाल ने सिर्फ 25 गेंदों में 53 रनों की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 2 छक्के शामिल थे. इसके अलावा उन्होंने फील्डिंग में भी दो कैच पकड़े, और एक कैच तो बड़ा जबरदस्त था.


जायसवाल ने रुतुराज को बोला सॉरी


यशस्वी ने प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड पाने के बाद पहले टी20 मैच में की गई अपनी गलती को स्वीकार किया और बताया कि उन्होंने उस गलती के बाद तुरंत ही रुतुराज गायकवाड़ को सॉरी बोला था. दरअसल, विशाखापट्नम में खेले गए पहले टी20 मैच में यशस्वी जायसवाल ने एक शॉट खेला, और तेजी से दो रन के लिए भागे. पहला रन पूरा करने के बाद उन्होंने पूरे भरोसे के साथ दूसरे रन के लिए रुतुराज को कॉल किया और लगभग आधे रास्ते तक पहुंच भी गए. रुतुराज ने भी उनके कॉल पर भरोसा किया और आधे पिच तक आ गए थे, लेकिन उसके बाद जायसवाल को लगा कि वो रन पूरा नहीं कर पाएंगे, इसलिए वो वापस लौट गए, और स्ट्राइकर एंड पर रुतुराज के पास वापस जाने का कोई मौका ही नहीं बचा था, और वो एक भी गेंद खेले बिना ही रनआउट होकर पवेलियन लौट गए थे. 






 


यशस्वी ने दूसरे मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड पाने के बाद कहा कि, "मैं अभी भी सीख रहा हूं. पिछले मैच में वो मेरी गलती थी, और मैंने रुतुराज को सॉरी बोला था. मैंने अपनी गलती स्वीकार की. रुतु भाई बड़े अच्छे और भले इंसान हैं. मैंने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है. मैं अपने शॉट्स को डेवलप करने की कोशिश कर रहा हूं. मैं मानसिक स्थिति पर भी काम कर रहा हूं, और अपने प्रैक्टिस सेशन पर विश्वास करता हूं."


वीवीएस और सूर्या ने यशस्वी को क्या कहा


इसके अलावा यशस्वी ने दूसरे मैच में खेली गई अपनी शानदार पारी के बारे में बोला कि, "यह (पारी) मेरे लिए वाकई में काफी खास थी. मैं अपने हरेक शॉट्स को खेलने की कोशिश कर रहा था. निडर होकर खेलने की कोशिश कर रहा था. मैं अपने फैसलों को लेकर कंफर्म था. मुझे सूर्या भाई, और वीवीएस सर ने कहा कि तुम जाओ और बिल्कुल फ्री होकर खेलो. मुझे खुलकर खेलने को कहा गया है."


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