नई दिल्ली: साल 2016 क्रिकेट के लिहाज़ से टीम इंडिया के लिए सेलीब्रेट करने वाला साल रहा. इस साल भारतीय टीम ने वर्ल्ड टी20 से लेकर कई अहम दौरे किए जबकि कई बड़ी टीमों से टक्कर भी ली. इस दौरान कई मौको पर टीम इंडिया ने दिखाया कि आखिर क्यों उसे वर्ल्ड क्रिकेट की जान माना जाता है जबकि कई मौके पर टीम इंडिया को शिकस्त का भी सामना करना पड़ा लेकिन कुल मिलाकर ये साल भारतीय क्रिकेट के लिए यादगार रहा.



 



इस साल टीम इंडिया ने क्या-क्या उतार चढ़ाव देखें आइये इसकी शुरूआत करते हैं:



फरवरी में श्रीलंका फतह: 



ऑस्ट्रेलिया के घर जाकर उसे टी20 सीरीज़ में 3-0 से करारी शिकस्त देने के बाद भारतीय टीम का सामना घरेलू मैदान पर श्रीलंकाई चीतों से था. 



 



फरवरी महीने में पुणे में खेले गए पहले टी20 मुकाबले से हुई तीन मैचों की सीरीज़ की शुरूआत. पहले टी20 मुकाबले में श्रीलंकाई युवा खिलाड़ियों ने अति उत्साही टीम इंडिया को चारों खाने चित्त करते हुए मैच 5 विकेट से आसानी से जीत लिया. इस मुकाबले में श्रीलंकाई टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. जो कि उसके गेंदबाजों ने बिल्कुल सही साबित कर दिया जब उन्होंने रोहित शर्मा, शिखर धवन, रहाणे, रैना, युवराज और धोनी जैसे धुरंधरों के बल्लेबाज़ी क्रम को 101 रनों पर ढेर कर दिया. 



 



जिसके बाद मेहमान टीम ने चांदीमल(35), कपुगेडेरा(25) और सिरिवरदना(21) की बल्लेबाज़ी की मदद से ये लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया.



 



पहले टी20 में हार के बाद भारतीय टीम फिर से होश में आई और श्रीलंकाई चीतों पर कस के प्रहार कर दिया. रांची में खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में श्रीलंकाई टीम ने एक बार फिर टॉस जीतकर गेंदबाज़ी का फैसला किया. लेकिन इस बार भारतीय बल्लेबाज़ी लाइनअप के आगे टिक पाना उनके गेंदबाज़ों के लिए आसान नहीं था. अर्धशतकीय पारी खेलने वाले शिखर(51) और रोहित शर्मा(43) के बीच 75 रनों की साझेदारी के बाद हार्दिक पांड्या(27), रैना(30) और रहाणे(25) के शानदार खेल से भारतीय टीम ने 197 रनों का लक्ष्य मेहमान टीम को दिया. 



 



जिसके बाद अब सीरीज़ में गेंदबाज़ों को भी अपना जलवा दिखाना बाकी था. अश्विन रवि(3), रविन्द्र जडेजा(2) की हिट जोड़ी ने श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों को स्कोर के आस-पास भी नहीं भटकने दिया. दोनों गेंदबाज़ों ने मिलकर 5 विकेट चटकाए. जबकि आशीष नेहरा(2) और जसप्रीत बुमराह(2) ने भी इनका बखूबी साथ दिया. युवराज सिंह ने इस मुकाबले में किफायती गेंदबाज़ी की. 



 



दूसरा टी20 में टीम इंडिया की दमदार वापसी के बाद भारतीय टीम ने सीरीज़ में 1-1 की बराबरी कर ली. जबकि अंतिम टी20 मुकाबला अभी विशाखापट्टनम में खेला जाना बाकी थी. फाइनल की तरह खेले गए अंतिम टी20 मुकाबले में कप्तान धोनी का सिक्का चला और भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. जिसके बाद काम शुरू किया आर अश्विन ने जिन्होंने 4 ओवर में महज़ 8 रन देकर मेहमान टीम के 4 बल्लेबाज़ों को वापस पवेलियन भेज दिया. इसके अलावा सुरेश रैना ने भी बेहद किफायती गेंदबाज़ी करते हुए 2 ओवर में 6 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए. नेहरा, बुमराह और जडेजा ने भी 1-1 विकेट अपने नाम किए. भारती गेंदबाज़ों के इस लाजवाब प्रदर्शन से श्रीलंकाई टीम 82 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. 



 



जिसके बाद भारतीय टीम ने रोहित शर्मा का एकमात्र विकेट गंवाकर शिखर धवन और अजिंक्ये रहाणे के बीच हुई अर्धशतकीय साझेदारी की मदद से आसानी से हासिल कर सीरीज़ को अपने नाम कर लिया. 



 



तीन मैचों की इस सीरीज़ में गेंदबाज़ी में अश्विन ने कुल 9 विकेट अपने नाम किए. जबकि शिखर धवन ने एक अर्धशतक की मदद से 106 रन बनाए.