कोलकाता: यूसुफ पठान ने भले ही जोस मोरिन्हो से कभी कोई प्रेरणा नहीं ली हो लेकिन अपना स्वयं का आंकलन करते हुए उन्होंने मैनचेस्टर यूनाईट के कोच के लोकप्रिय बयान को दोहराया है जिसमें उन्होंने कहा था ‘मैं विशेष हूं.’ इसके साथ ही पठान की नजरें अब भी भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं जबकि मिडिल ऑर्डर के कुछ स्थानों के लिए कई अन्य खिलाड़ियों का दावा अधिक मजबूत है.



पठान ने कहा, ‘‘इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दौड़ में कौन मुझसे आगे है(भारतीय टीम के प्रतिनिधित्व में). मुझे लगता है कि कोई मेरे साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता. मैं स्वयं को स्पेशन टैलेंट मानता हूं.’’ दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 39 गेंद में 59 रन की पारी खेलने वाले पठान ने साबित किया कि कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम में उन्हें इतनी तरजीह क्यों मिलती है जबकि मैच का रूख बदलने वाली उनकी पारियां काफी कम हैं.



भारतीय टीम में एक बार फिर जगह मिलने को लेकर सकारात्मक पठान ने कहा, ‘‘मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना होगा. चीजों को बदलने में समय नहीं लगता. अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो कभी ना कभी मुझे मौका मिलेगा, अगर आज नहीं तो फिर कल.’’ 



उन्होंने कहा, ‘‘मैं अन्य खिलाड़ियों को नहीं देखना चाहता. मेरा काम अच्छी क्रिकेट खेलना है और इस बार शुरूआत अच्छी रही. मुझे अपने क्रिकेट को लेकर संतुष्ट रहना चाहिए और जब भी मौका मिले तो तैयार रहना चाहिए.’’ 



पठान ने कहा कि वह कभी भी अपना नैचुरल खेल खेलने से पीछे नहीं हटेंगे जैसा कि उन्होंने फिरोजशाह कोटला में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ किया.



पठान ने टीम में संतुलन लाने का श्रेय मुख्य कोच जैक कालिस और उनके सहायक साइमन कैटिच को दिया जिसके कारण टीम पांच मैचों में चार जीत के साथ शीर्ष पर चल रही है.