नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह ने रिटायरमेंट को लेकर खुलकर अपनी बात रखी है. अगले दो-तीन साल तक युवराज सिंह का क्रिकेट से संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है. युवराज साल 2019 के वर्ल्डकप और कम से कम आईपीएल के तीन सीजन में और खेलना चाहते हैं. आईपीएल सीजन-11 में युवराज की अपने होम टीम में वापसी हुई है. युवराज को किंग्स इलेवन पंजाब ने उनके बेस प्राइज 2 करोड़ रुपए में अपनी टीम के साथ जोड़ा है.


'स्पोर्ट्स लाइव' को दिए एक इंटरव्यू में युवराज ने कहा, "एक न एक दिन तो मुझे क्रिकेट को अलविदा कहना ही है लेकिन मैं अभी और क्रिकेट खेल चाहता हूं और टीम में वापसी की कोशिश में लगा हूं."


कैंसर को मात देकर क्रिकेट में वापसी करने वाले युवराज ने संन्यास के बाद अपने इरादों को लेकर बात करते हुए कहा, "भविष्य में मैं अपने संगठन 'युवीकैन' के जरिए कैंसर से पीड़ित लोगों की मदद करना चाहता हूं."


इसके साथ ही युवराज अनाथ बच्चों की स्पोर्ट्स के द्वारा मदद करना चाहते हैं. युवराज चाहते हैं कि ऐसे बच्चे जो स्पोर्ट्स में कुछ करना चाहते हैं, तो उनके लिए बेहतरीन कोचिंग के इंतजाम किए जा सकें.


सबसे खास बात ये है कि उन्होंने ज्यादातर क्रिकेटरों की राह चुनने से इनकार करते हुए संन्यास के बाद एक कमेंटेटर के तौर बिल्कुल भी काम नहीं करना चाहते हैं.


36 साल के हो चुके युवराज सिंह टीम इंडिया के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से हैं. साल 2000 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू करने वाले युवी 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेल चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट में युवराज सिंह कुछ अधिक कमाल नहीं दिखा सके और 33.92 की औसत से 1900 रन बनाए हैं. वहीं नीली जर्सी में भारत के लिए युवराज के बल्ले से खूब रन निकला है.


वनडे क्रिकेट में युवराज सिंह के नाम 8701 रन दर्ज हैं जिसमें 14 शतक और 52 अर्द्धशतक शामिल है. इसके अलावा टी-20 में युवी ने 1177 रन बनाए.