टीम इंडिया का ग्रैग चैपल से जुड़ा विवाद फिर उभरा, पूर्व कोच को युवराज सिंह ने आड़े हाथों लिया
ग्रैग चैपल 2005 से 2007 तक टीम इंडिया के कोच रहे हैं. हालांकि अपने दो साल के कार्यकाल में ही ग्रैग चैपल के इंडियन खिलाड़ियों के साथ कई बड़े विवाद खड़े हुए.
कोरोना वायरस की वजह से बीते दो महीनों से क्रिकेट का आयोजन नहीं हो रहा है. हालांकि लॉकडाउन के दौरान क्रिकेट से जुड़ी हुई हस्तियां खेल के बारे में अपनी यादों को फैंस के साथ शेयर कर रही हैं. इसी दौरान टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रैग चैपल भारतीय खिलाड़ियों के निशाने पर हैं. हरभजन सिंह के बाद युवराज सिंह ने भी ग्रैग चैपल को आड़े हाथों लिया है.
चैपल ने एक आर्टिकल में धोनी के बारे में कहा था कि वह धोनी को गेंद को नीचे रखकर मारने की सलाह देते थे. इसके बाद हरभजन ने ट्वीट किया था, "उन्होंने धोनी से गेंद को नीचे रखकर मारने की सलाह दी क्योंकि कोच उस समय सभी को स्टेडियम के बाहर भेज रहे थे. वह अलग ही गेम खेल रहे थे."
युवराज ने हरभजन के ट्वीट के जवाब में चैपल पर परोक्ष रूप से निधाना साधा है. युवराज सिंह ने लिखा, "धोनी और युवी अंत में कोई छक्का नहीं, नीचे शॉट मारो." चैपल 2005 से 2007 तक भारतीय टीम के कोच रहे थे.
बता दें कि ग्रैग चैपल का टीम इंडिया के साथ कार्यकाल काफी विवादों वाला रहा था. ग्रैग चैपल का सबसे ज्यादा विवाद मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष और तात्कालीन कप्तान सौरव गांगुली के साथ हुआ था. चैपल की वजह से सौरव गांगुली का ना सिर्फ कप्तानी गंवानी पड़ी थी बल्कि उन्हें टीम से भी बाहर कर दिया गया था.
हालांकि चैपल ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की है. चैपल का कहना है कि जब उन्होंने धोनी को बल्लेबाजी करते देखा था तो वह उनकी शॉट लगाने की ताकत को देखकर हैरान रह गए थे.
हालांकि विवाद की बात करें तो यह पहला मौका नहीं है जब चैपल भारतीय खिलाड़ियों के निशाने पर आए हैं. जब गांगुली को टीम से बाहर निकाला गया था तब युवराज सिंह, हरभजन सिंह और जहीर खान ने चैपल के खिलाफ आवाज उठाई थी. इसके अलावा सचिन तेंदुलकर भी अपनी किताब में चैपल से जुड़े विवाद का जिक्र कर चुके हैं. चैपल को इरफान पठान का करियर बर्बाद करने के लिए भी दोषी ठहराया जाता है.
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