T20 World Cup 2024: भारतीय टीम टी20 क्रिकेट के इतिहास में सबसे पहली वर्ल्ड चैंपियन टीम बनी थी. 2007 के फाइनल मैच का वो लम्हा कोई भारतीय फैन कैसे भूल सकता है जब एस श्रीसंत ने मिसबाह उल-हक का कैच पकड़ा था. एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने 5 रन से उस मैच को जीतकर ऐतिहासिक कारनामा करके दिखाया था. उस मैच का सबसे बड़ा हीरो जोगिंदर शर्मा को माना जाता है, जिन्होंने आखिरी ओवर में दिलेरी से गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. मगर कुछ समय पहले युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप के फाइनल ओवर को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया था।
आखिरी ओवर में बनाने थे 13 रन
भारत ने पाकिस्तान के सामने 158 रन का लक्ष्य रखा था. पाकिस्तान अपनी पारी के 19वें ओवर तक 9 विकेट के नुकसान पर 145 रन बना चुकी थी. मिसबाह उल-हक 37 रन बनाकर क्रीज़ पर डटे हुए थे. भारत की ओर से जोगिंदर शर्मा आखिरी ओवर फेंकने आए. जोगिंदर शर्मा की पहली गेंद वाइड रही. वहीं पहली लीगल गेंद डॉट रही, लेकिन जोगिंदर अगली ही गेंद पर छक्का खा बैठे थे. पूरी दुनिया में क्रिकेट प्रेमियों की धड़कन बढ़ गई थीं. इस बीच मिसबाह ने प्रयोग करते हुए शॉर्ट फाइन-लेग के ऊपर से स्कूप शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन श्रीसंत वहां पहले से कैच पकड़ने के लिए तैयार थे. इस तरह भारत 5 विकेट से जीत दर्ज कर वर्ल्ड चैंपियन बना था.
जोगिंदर शर्मा को नहीं मिलना था आखिरी ओवर
युवराज सिंह ने कुछ दिन पहले एक पॉडकास्ट पर खुलासा किया कि एक समय के लिए हरभजन सिंह आखिरी ओवर फेंकने वाले थे. ऐसे में एमएस धोनी, हरभजन के पास गए और कहा कि अनुभव के चलते उन्हें ही आखिरी ओवर करना होगा. मगर हरभजन ने बताया कि मिसबाह उनके ओवर में पहले ही 3 छक्के मार चुके हैं और यॉर्कर की कोशिश पर भी वो आउट नहीं हुए थे. ऐसे में फैसला लिया गया कि तेज गेंदबाज आखिरी ओवर डालेगा. इसी कारण आखिरी ओवर में गेंद जोगिंदर शर्मा के हाथों में सौंपी गई थी.
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