इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में करारी हार और ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज बराबर रहने की वजह पाकिस्तान के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक निशाने पर हैं. पाकिस्तान के महान क्रिकेटर जहीर अब्बास ने राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह-उल-हक को सलाह दी है कि अगर वह सफल होना चाहते हैं, तो उन्हें इन दोनों में से सिर्फ एक जिम्मेदारी निभानी चाहिए.


जहीर ने कहा, ''मैं कभी भी एक साथ दो प्रमुख पदों को स्वीकार नहीं करूंगा क्योंकि इससे आप पर काफी दबाव पड़ता है. पेशेवर क्रिकेट आसान खेल नहीं है. मुझे लगता है कि मिसबाह को खुद इस बारे में सोचने और सही निर्णय लेने की आवश्यकता है. खराब प्रदर्शन के बाद कोई भी बहाना नहीं सुनना चाहता है.''


इस पूर्व करिश्माई बल्लेबाज ने हाल के इंग्लैंड दौरे पर टीम के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने के बाद ही कमजोर टीमें टेस्ट हार जाती हैं. उन्होने कहा, ''ऐसा लगा जैसे पाकिस्तान ने इंग्लैंड को पहले टेस्ट में जीत उपहार में दी. उस मैच में इंग्लैंड ने हमारी कमजोरियों को उजागर किया. हम अब भी टेस्ट में सही संयोजन और खिलाड़ियों को खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.''


बता दें कि पिछले साल मिस्बाह उल हक को मिकी आर्थर के स्थान पर टीम का मुख्य कोच बनाया गया था. मिस्बाह उल हक को पीसीबी ने कोच पद से साथ मुख्य सिलेक्टर की जिम्मदारी भी दी.


मिस्बाह उल हक ने हालांकि हार के लिए खुद को जिम्मेदार नहीं माना है. मिस्बाह का कहना है कि पाकिस्तान का ट्वेंटी-ट्वेंटी में प्रदर्शन पिछले एक साल से खराब ही रहा है.


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