Zaheer Khan Birthday: भारतीय क्रिकेट टीम में जब भी सबसे सफल तेज गेंदबाजों का नाम लिया जाएगा तो उसमें जहीर खान का नाम जरूर शामिल होगा. आज उनका 41वां जन्मदिन है. जहीर खान अब बेशक क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों लेकिन जब तक वह मैदान पर हाथों में गेंद थामे रहे तब तक दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाजों को उन्होंने अपनी रफ्तार और लाइन लेंथ से पानी पिला दिया. यही कारण था कि जहीर खान 14 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डटे रहे और इस दौरान उन्होंने कुल 610 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया.


इंजीनियर बनना चाहते थे जहीर


क्रिकेट की दुनिया में बेशक जहीर खान एक जाना-माना नाम हो लेकिन क्रिकेट उनका पहला ख्वाब कभी नहीं रहा. जहीर पढ़-लिखकर इंजीनियर बनना चाहते थे. आमतौर पर मां-बाप भी चाहते हैं कि बच्चे पढ़-लिखकर ऐसा ही कुछ करें, लेकिन जहीर के पिता अलग सोचते थे. जहीर खान के पिता ने उनसे कहा कि बेटा इंजीनियर तो बहुत लोग बनते हैं तुम गेंदबाज बनो और देश के लिए खेलो. दरसअल स्कूली शिक्षा के बाद उन्हें मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स में प्रवेश मिल गया था, लेकिन अपने कोच सुधीर नाइक की सलाह और पिता के प्रोत्साहन पर उन्होंने इंजीनियरिंग को छोड़ दिया और क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया. बस फिर क्या था, जहीर ने जो सफर शुरू किया तो उसके बाद दुनिया उनके हुनर को जान गई.


क्रिकेटर बनने की कहानी की चर्चा करें तो जहीर के पिता ने ही उनको ख्वाब दिखाया और उसे पूरा करने में मदद भी की. जहीर खान के पिता उन्हें मुंबई ले गए. उस वक्त उनकी उम्र 17 साल थी. जिमखाना के फाइनल में जहीर ने सात विकेट झटके और सुर्खियों में आ गए. उनके इस प्रदर्शन के बाद जहीर को मुंबई के वेस्ट जोन के अंडर 19 टीम में शामिल कर लिया गया. इसके बाद जहीर खान एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए.



3 अक्टूबर 2000 को उन्होंने केन्या के खिलाफ अपना पहला अतंरराट्रीय वनडे मैच खेला. इसके बाद साल 2000 में ही उन्होंने बंग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में भी डेब्यू किया. जहीर खान की कामयाबी उनके रिकॉर्ड्स बयां करती हैं. उन्होंने 92 टेस्ट मैच में 311 विकेट झटके. वहीं वनडे में उन्होंने 282 विकेट लिए. जहीर ने टी-20 मैच में भी साल 2006 में डेब्यू किया. उन्होंने कुल 17 टी-20 मैच खेले जिसमें 17 विकेट लिए. क्रिकेट के सबसे रोमांचित फॉर्मेट आईपीएल में भी जहीर का जादू देखने को मिला. 100 आईपीएल मैच में जहीर ने 102 विकेट लिए हैं. जहीर ने हमेशा टीम की जरुरत को अपनी गेंदबाजी से पूरा किया. टीम को जब भी विकेट की तलाश होती कप्तान उन्हें बेहिचक गेंद थमा देते और जहीर भी उन्हें निराश नहीं करते.


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