कोच बदला,कप्तान बदला लेकिन नतीजे नहीं बदल पाई श्रीलंकाई टीम
हार से परेशान श्रीलंका टीम ने बांग्लादेश दौरे से पहल कोच के साथ-साथ कप्तान को बदले लेकिन क्रिकेट के मैदान पर नतीजे को नहीं बदल पाए हैं.
हार से परेशान श्रीलंका टीम ने बांग्लादेश दौरे से पहल कोच के साथ-साथ कप्तान को बदले लेकिन क्रिकेट के मैदान पर नतीजे को नहीं बदल पाए हैं. होम सीजन में जिम्बॉब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज गंवाने के बाद अब टीम को बांग्लादेश में खेले जा रहे ट्राई सीरीज में जिम्बॉब्वे के हाथों फिर से हार का सामना करना पड़ा.
दूर्नामेंट के दूसरे मैच में श्रीलंका को जिम्बॉब्वे के हाथों करीबी मुकाबले में 12 रनों से हार मिली. सलामी बल्लेबाज हैमिल्टन मसाकादजा(73) की तूफानी शुरुआत और बाद में सिकंदर रजा के नाबाद 81 रनों की बदौलत जिम्बॉब्वे ने 6 विकेट पर 290 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. जवाब में श्रीलंका की पूरी टीम 48.1 ओवर में 278 रनों पर ढेर हो गई. टेंडई चटारा ने सबसे अधिक चार विकेट लिए.
जिम्बॉब्वे के लिए ये जीत बेहद खास रही क्योंकि उन्होंने 15 साल बाद किसी टेस्ट प्लेइंग नेशन को न्यूट्रल स्थान पर हराया है. सिकंदर रजा को उनके ऑलराउंड खेल के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. बल्ले से शानदार प्रदर्शन कने के बाद उन्होंने न सिर्फ श्रीलंका के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले कुसल परेरा(80) का विकेट लिए बल्कि कप्तान एंजेलो मैथ्यूज(42) और पूर्व कप्तान थिसारा परेरा(64) का महत्वपूर्ण कैच लपका.
191 पर छह विकेट गंवाने के बाद श्रीलंका की सारी उम्मीद परेरा पर थी औऱ उन्होंने अंत तक संघर्ष किया. लेकिन अंतिम के ओवरों में जहां सिंगल से मैच जीता जा सकता था वहां श्रीलंका ने अंतिम के विकेट गंवा दिए.