चेन्नई सुपर किंग्स ने उस आइडिया को बिल्कुल खारिज कर दिया है जिसमें ये बात कही गई थी कि आईपीएल को विदेशी खिलाड़ियों के बिना ही करवाया जा सकता है. इसी साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तारीखों को अगर और आगे बढ़ाया जाता है तो ऐसे में सितंबर- अक्टूबर के महीने में आईपीएल का आयोजन करवाया जा सकता है. लेकिन इसके लिए टी20 वर्ल्ड कप का विंडो खाली होना चाहिए.


चेन्नई सुपर किंग्स ने कहा कि, सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के साथ ही हम आईपीएल करवाने के लिए मंजूर नहीं हैं. ऐसे में ये एक और सईद मुश्ताक अली ट्रॉफी होगा. फ्रेंचाइजी बीसीसीआई के संपर्क में नहीं हैं. ऐसे में अब हालात भी खराब होते जा रहे हैं.


चेन्नई ने आगे कहा कि, यही उम्मीद है कि इस साल आईपीएल हो जाना चाहिए. चेन्नई तीन बार की आईपीएल चैंपियन है और टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरी सबसे सफल टीम. पहले नंबर पर मुंबई है जिसने 4 बार खिताब पर कब्जा किया है.


बता दें कि बीसीसीआई भी पूरी कोशिश कर रही है जिससे आईपीएल का आयोजन किया जा सके. क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की तरफ भारतीय क्रिकेट भी नुकसान में जा सकता है. बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरूण धूमल का कहना है कि आईपीएल न होने के कारण बोर्ड को 4000 करोड़ रूपये का नुकसान हो सकता है.


सूत्रों के अनुसार जिस तरह से देश में लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में अब तक बीसीसीआई ने इस बात पर कोई भी फैसला नहीं किया है कि टूर्नामेंट रद्द होगा या चलेगा. ऐसे में इसपर कभी भी फैसला लिया जा सकता है.