नई दिल्ली/बर्मिंघम: चैम्पियंस ट्रॉफी के आगामी हाइवोल्टेज मुकाबले में टीम इंडिया की जीत के दो सबसे बड़े सूत्रधार रहे कप्तान विराट कोहली और युवराज सिंह. टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इन दोनों स्टाइलिश सितारों ने उस समय आकर टीम इंडिया की पारी को आतिशी अंदाज़ में आगे बढ़ाया जब टीम को इनकी सबसे ज्यादा ज़रूरत थी.

शिखर धवन और रोहित शर्मा ने अपने सूझबूझ भरी बल्लेबाज़ी से टीम को 136 रनों की बेहतरीन ओपनिंग साझेदारी दे दी थी. जिसके बाद पूरा जिम्मा निचले क्रम में आने वाले बल्लेबाज़ों पर था. जिस समय भारतीय टीम का पहला विकेट गिरा उसके बाद बारिश की वजह से टीम इंडिया की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ती हुई नज़र आ रही थी. भारतीय टीम को जहां एक तरफ अपने रन-रेट को बढ़ाने की ज़रूरत थी वहीं दूसरी ओर अपने विकेट बचाना भी जरूरी था.

इसके बाद बारिश रूकी और मैच को घटाकर 48 ओवरों का कर दिया गया. लेकिन मैदान पर उतरने के कुछ देर बाद ही टीम इंडिया ने रोहित शर्मा के रूप में बड़ा विकेट खो दिया.

उस वक्त मैदान पर उतरे विराट कोहली और युवराज सिंह ने तीसरे विकेट के लिए महज़ 9.4 ओवर(58 गेंदे) में 9.62 के विस्फोटक रनरेट से 93 रनों की साझेदारी कर टीम की सारी मुश्किलों को चुटकियों में आसान कर दिया. युवराज सिंह ने इस दौरान इतनी आतिशी पारी खेली कि उनका अर्धशतक महज़ 29 गेंदों में पूरा हो गया. जो कि चैम्पियंस ट्रॉपी इतिहास में भारत की ओर से सबसे तेज़ अर्धशतक भी है. युवराज सिंह ने महज़ 32 गेंदों पर 1 छक्के और 8 चौके समेत 53 रन बनाए.

वहीं विराट कोहली ने भी लंबे समय बाद अपने बल्ले से कमाल दिखाया. विराट ने अंत तक जमकर बल्लेबाज़ी करते हुए महज़ 68 गेंदों पर नाबाज 83 रन बनाए. युवराज सिंह के विस्फोटक अर्धशतक और विराट कोहली की स्टाइलिश पारी के दम पर भारतीय टीम ने 48 ओवरों में 319 रन बनाए. 

लेकिन इस लक्ष्य को हासिल करने की क्षमता एक बार भी पाकिस्तानी खेमे में नहीं दिखी. ना ही युवी और विराट जैसा साहर कोई भी पाकिस्तानी बल्लेबाज़ दिखा सका और उन्होंने ग्रुप बी के पहले मुकाबले में भारत के हाथों 124 रनों से हार का सामना करना पड़ा.