नई दिल्ली: गोल्ड कोस्ट में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम की शुरूआत भी ठीक महिला हॉकी टीम की तरह ही हुई. हाईवोल्टेज मुकाबले में भारतीय टीम को पाकिस्तान के साथ ड्रॉ खेलना पड़ा. ड्रॉ के बाद भारतीय टीम के कोच सोर्ड मारिने ने कहा कि जब उन्होंने आज यहां राष्ट्रमंडल खेलों में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी टीम को खेलते हुए देखा तो उन्हें लगा कि आज उनके सामने वो टीम नहीं खेल रही है जिसे उन्होंने कोच किया था. वहीं उन्होंने आगे कहा कि यह वो टीम नहीं है जिसने बढ़त गंवाकर निराशाजनक प्रदर्शन किया और 2-2 से ड्रॉ खेला.
मैं अाज अपनी टीम के पहचान नहीं सका
मैच समाप्त होने के हाद कोच मारिने ने कहा, ''आज मैं टीम को पहचान नहीं सका क्योंकि मैं पिछले पांच महीनों से जिस टीम को कोचिंग दे रहा हूं , यह वैसी नहीं लगी. ’’
मारिने से जब यह सवाल पूछा गया कि हाल की खराब फॉर्म को देखते हुए भारतीय टीम ने ढिलाई बरती इस पर मारिने ने जवाब दिया की, ‘‘ कभी कभार अगर आप नर्वस होते हो तो भी आप थोड़े रिलैक्स दिख सकते हो. ’’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘‘ टीम का लेवल काफी नीचे रहा, यह शायद इसलिये भी हो सकता है क्योंकि हम पाकिस्तान से खेल रहे थे और यह इसलिये भी हो सकता है क्योंकि हम टूर्नामेंट का पहला मैच खेल रहे हैं. मैं अब परिणाम नहीं बदल सकता , हम अब अगले मैच पर निगाह लगाये हैं. ’’ आपको बता दें कि कल भारत का मुकाबला वेल्स के साथ होने वाला है.
टीम में जज्बे की कमी
नीदरलैंड के कोच ने कहा कि उनके खिलाड़ियों ने पाकिस्तान को बेहतर टीम दिखाने में मदद की जिसमें मैच के पहले 30 मिनट में जज्बे की कमी दिख रही थी.
उन्होंने कहा , ‘‘ निश्चित रूप से हम खुश नहीं है , लेकिन खिलाड़ी मुझसे भी ज्यादा निराश हैं. हमें देखना होगा कि ऐसा क्यों हुआ, यही सबसे अहम है. मैं इस प्रदर्शन से बिलकुल भी संतुष्ट नहीं हूं. ’’
मारिने ने कहा, ‘‘अगर आप मैच देखो तो हमें बेसिक्स में सुधार करना होगा. हमने पाकिस्तान को अच्छा खेलने दिया. मैं टीम से फीडबैक लेना चाहता हूं, उन्हें क्या महसूस हुआ. रणनीति स्पष्ट थी लेकिन फिर भी वे रास्ते से भटक गये. ’’