नई दिल्ली:  गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21 वें कॉमनवेल्थ खेलों में पूनम यादव ने 5 वें दिन अपने देश के लिए वेटलिफ्टिंग में 69 किलोग्राम भार वर्ग में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था. लेकिन जैसे ही पूनम मेडल जीत कर अपने घर लौटीं कुछ लोगों ने उनपर हमला कर दिया. आपको बता दें कि ये मामला बनारस के मुंगवार गांव का हैं.


क्या है पूरा मामला


गोल्ड कोस्ट से लौटीं पूनम मेडल जीतकर अपनी बुआ से मिलने उनके गांव जा रही थी. लेकिन जैसे ही पूनम गांव पहुंची, गांव के प्रधान और कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनपर हमला कर दिया और तोड़फोड़ भी की. जिसके बाद पूनम यादव ने जैसे तैसे हमलावरों से अपनी जान बचाई. दरअसल पुराने जमीन विवाद को लेकर पूनम पर हमला किया गया जिसके बाद उनके रिश्तेदारों और पुलिस ने उनकी जान बचाई.


हमले के बाद पूनम का बयान


हमले के बाद पूनम ने मीडिया को बताया कि, 'मुझे पुलिस ने बचाया और घर तक सुरक्षित लेकर आई. हमले के दौरान मेरा फोन भी छीन लिया गया और मेरे साथ दो- तीन लोग और भी घायल हुए.' पूनम ने आगे कहा कि उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है और फिल्हाल पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है.