डेविस कप: रामकुमार की जीत से भारत को न्यूजीलैंड पर मिली अजेय बढ़त
पुणे: रामकुमार रामनाथन ने फिन टीयर्ने पर सीधे सेटों में जीत दर्ज करते हुए डेविस कप एशिया ओसनिया ग्रुप ए के पहले दौर के मुकाबले में भारत को न्यूजीलैंड पर 3-1 की अजेय बढ़त दिला दी.
रामकुमार ने बालेवाड़ी में शिव छत्रपति खेल परिसर में तेज हवा के बावजूद न्यूजीलैंड के प्रतिद्वंद्वी को पूरे दो घंटे में 7-5 6-1 6-0 से शिकस्त दी. पहले दिन अपने पहले एकल में रामकुमार ने जोस स्टाथम पर शानदार तरीके से सीधे सेटों में जीत दर्ज की थी. उन्होंने आज पहला सेट काफी करीब से 51 मिनट में अपने नाम किया.
इसके बाद टीयर्ने का खेल बिखर गया और उनके प्रतिद्वंद्वी ने मौकों का पूरा फायदा उठाते हुए दूसरा और तीसरा सेट आसानी से अपने नाम कर लिया. इससे अब भारतीय टीम सात से नौ अप्रैल को दूसरे दौर में उज्बेकिस्तान से भिड़ेगी.
उज्बेकिस्तान ने पहले दौर के मुकाबले में दक्षिण कोरिया को उसके ही कोर्ट पर पराजित किया. भारत ने पहले दिन 2-0 की बढ़त हासिल कर ली थी जब युकी भांबरी और रामकुमार ने क्रमश: टीयर्ने और स्टाथम को अपने एकल मुकाबलों में हराया. न्यूजीलैंड ने आर्टेम सिटाक और माइकल वीनस की बदौलत कल युगल मैच अपने नाम किया जिन्होंने भारत के अनुभवी लिएंडर पेस और विष्णु वर्धन को मात दी थी.
रामकुमार की पहले उलट एकल में जीत से मेजबान ने अजेय बढ़त बना ली है जिससे भांबरी और स्टाथम के बीच पांचवां मैच महज औपचारिकता ही होगा.
चेन्नई में जन्में 22 वर्षीय रामकुमार (276 रैंकिंग) ने 12 ऐस जमाये लेकिन उन्होंने नौ डबल फाल्ट भी किए लेकिन टीयर्ने ने उनकी तुलना में 16 डबल फाल्ट किए. न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ने शुरूआती सेट में ही 10 डबल फाल्ट कर दिए जिसमें तीन 12वें गेम में किए और इसमें उनके भारतीय प्रतिद्वंद्वी ने सर्विस तोड़कर सेट अपने नाम किया.
रामकुमार को दो सर्विस गेम में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी जिसमें उन्हें ब्रेक प्वाइंट का सामना करना पड़ा. उन्होंने पांचवें गेम में तीन अंक बचाये जिसमें उन्होंने अपने दो डबल फाल्ट में से एक किया. इसके बाद उन्होंने 11वें गेम में अपने पांचवें ऐस से चौथा अंक बचाकर 6-5 से बढ़त हासिल की.
टीयर्ने ने सेट में दूसरी बार तीन डबल फालट किये, जिसमें जब वह 15-40 से पिछड़ रहे थे, तब उन्होंने अपना 10वां डबल फाल्ट किया और भारतीय को यह सेट सौंप दिया.
इसके बाद रामकुमार को अगले दो सेट अपने नाम करने में जरा भी मशक्कत नहीं करनी पड़ी. जीतने के बाद टीम के सभी सदस्यों ने उन्हें कंधे पर उठा लिया और पूरी टीम ने ‘विक्टरी लैप’ लगाया.