लॉकडाउन के दौरान सभी क्रिकेटर्स अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में दुनिया में कोई भी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन नहीं किया जा रहा है. लेकिन धीरे धीरे अब क्रिकेट की शुरूआत होने लगी है. ऐसे में क्रिकेटर्स सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं जहां वो फैंस और अपने साथी क्रिकेटर्स से लगातार बात कर रहे हैं. ऐसे में धोनी इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं जो कोरोना के कारण आईपीएल की ट्रेनिंग रद्द होने के बाद आज तक नहीं दिखाई दिए. हालांकि उनकी पत्नी साक्षी के इंस्टा से उनकी झलक दिख जाती है. लेकन धोनी नहीं खुद से कभी बाहर नहीं आए और न ही किसी से बात की.
ऐसे में वर्तमान और पूर्व क्रिकेटर्स धोनी को लेकर ही बात करते हैं क्या धोनी की वापसी हो पाएगी. लेकिन इस बीच बेन स्टोक्स की किताब ने एक ऐसे विवाद को जन्म दिया जिसमें अब सभी क्रिकेटर्स कूद रहे हैं.
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने हाल में अपनी किताब में विश्व कप-2019 में भारत का इंग्लैंड के साथ खेले गए मैच में रनों के लक्ष्य का पीछा किए जाने पर सवाल उठाया था. लेकिन इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया, जब पाकिस्तान के एक पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि पाकिस्तान को नॉकआउट में पहुंचने से रोकने के लिए भारत जानबूझकर इंग्लैंड से हारा था. हालांकि अब वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने भी इस मामले में अपनी राय रखी है. होल्डिंग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "ईमानदारी से कहूं तो बहुत से लोग वो मैच देख रहे थे. लेकिन उनके अंदर बेन स्टोक्स जैसे ख्याल नहीं आए होंगे कि भारत ने जीतने की कोशिश नहीं की."
उन्होंने कहा, "ये कोई ऐसा मैच नहीं था जिसे भारत को जीतना ही था. लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई ये कहेगा कि टीम की रणनीति है कि हमें इस मैच में हारना है. मैंने मैच देखा और ऐसा लगा कि भारत अपना शत-प्रतिशत नहीं दे रहा है."
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, "लेकिन ये कोई मुद्दा नहीं है कि वो जीतना नहीं चाहते थे. धोनी के चेहरे से लग रहा था कि वो इस मैच को किस कदर जीतना चाहते हैं. तो मेरे हिसाब से नहीं लगता कि टीम का ये निर्णय होगा कि हमें हारना है."