भारत के कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाज के रूप में और कप्तान के रूप में अपनी सफलता का श्रेय एमएस धोनी को दिया है. वो धोनी ही थे जिन्होंने कोहली का समर्थन उस वक्त किया जब विराट का ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद खराब रहा था. एक शतक के अलावा विराट ने कुछ भी रन नहीं बनाए थे. धोनी ने विराट को कप्तानी सौंपी और यकीन किया कि वो अपनी लीडरशिप स्किल्स से कमाल कर सकते हैं. धोनी- कोहली का बॉन्ड पिछले 10 सालो में इतना मजबूत हुआ है जिसकी मदद से टीम इंडिया ने काफी कमाल किया है. अब विराट ने कहा है कि एक बार पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच के दौरान धोनी को उनपर और रोहित पर गुस्सा आ गया था.
साल 2012 में एशिया कप मैच के दौरान कोहली और रोहित गेंद को चेज कर रहे थे. ऐसे में दोनों बल्लेबाजों ने तीन रन चुरा लिए. अश्विन के साथ बात करते वक्त विराट ने कहा कि, मुझे याद है कि धोनी मुझसे ज्याद खुश नहीं थे. पाकिस्तान ने 329 रन बनाए थे और शुरू में ही उनके बीच बड़ी साझेदारी हुई थी. ऐसे में मेरे और रोहित के बीच कंफ्यूजन हुई और गेंद को पकड़ते समय बल्लेबाजों ने 3 रन ले लिए.
मुझे याद है कि मैं और इरफान गेंद को चेस कर रहे थे और फिर हमने धोनी की तरफ गेंद फेंकी. इसके बाद धोनी ने कहा कि तुम दोनों आपस में कैसे टकराकर तीन रन दे सकते हो. उस दौरान गेंदबाजी कर रहे थे अश्विन. मैं डीप मिड विकेट पर था और रोहित स्क्वॉयर लेग पर. मैं अंदर आया और रोहित भी गेंद की तरफ जाने लगा. ऐसे में मेरा सिर रोहित के कंधे पर लग गया. और हम गेंद के पीछे दौड़चे रहे. ऐसे में पता नहीं चला कि क्या हुआ और उनहोंने तीन रन चुरा लिए.
उस मैच में ओपनर नासिर जमशेद और मोहम्मद हफीज ने शतक जड़ा था और पाकिस्तान को 6 विकेट के नुकसान के बाद 329 रन तक पहुंचाया था. लेकिन विराट के मास्टर क्लास ने 148 गेंदों में 183 रन बना दिया. जो अभी भी उनका वनडे में सर्वाधिक स्कोर है. ऐसे में टीम इंडिया ये मैच 47.5 ओवरों में ही जीत गई जहां 6 विकेट भारत के पास अभी भी शेष थे.