अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना की मौत के छह महीने से भी कम समय में सरकारी वकील के कार्यालय ने उनकी मेडिकल और नर्सिंग टीम के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है. कानूनी दस्तावेजों का हवाला देते हुए न्यायिक स्रोतों और टीएन टेलीविजन स्टेशन का हवाला देते हुए ला नेसियन की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जेंटीना के पूर्व फुटबॉलर के निजी चिकित्सक लियोपोल्डो ल्यूक, मनोचिकित्सक अगस्टिना कोसाचोव और कई नर्सों के खिलाफ हत्या का आरोप लगा है और दोषी ठहराए जाने पर इन सभी को आठ से 25 साल तक की जेल हो सकती है.
डीपीए की रिपोर्ट के मुताबिक सात प्रतिवादियों को देश छोड़ने की अनुमति नहीं है और उन्हें मई के अंत में अपना बयान देना होगा. विशेषज्ञों के एक आयोग ने हाल ही में उनके डॉक्टरों और नर्सों पर गंभीर आरोप लगाए थे. टीएन ने अभियोजक के कार्यालय से 29-पृष्ठ के एक दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा कि चिकित्सा पेशेवरों ने, रोगी के खराब स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होने के बावजूद, चिकित्सा पद्धति के विपरीत कार्रवाई की और इन सबने डिएगो अरमांडो माराडोना को असहाय स्थिति में डाल दिया.
बता दें कि पिछले साल नवंबर में 60 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से माराडोना का निधन हो गया था. वह उस समय ब्रेन सर्जरी से उबर रहे थे. दरअसल, माराडोना के ब्रेन में खून का थक्का (ब्लड क्लॉट) जमने की वजह से उनकी ब्रेन सर्जरी हुई थी. जिसके लिए उन्हें ला प्लाटा क्लिनिक में भर्ती किया गया था. वहीं दिल का दौरा पड़ने के कारण डिएगो माराडोना का निधन हो गया.
बता दें कि माराडोना चार फीफा विश्व कप खेल चुके थे. साल 1986 में उन्होंने अर्जेंटीना को फुटबॉल का विश्व कप जिताया था. साल 1986 में जब अर्जेंटीना ने विश्व कप के खिताब पर कब्जा जमाया था तब वे टीम के कप्तान थे.