गोल्ड कोस्ट: ग्लास्गो में गोल्ड मेडल जीतने वाली दीपिका पल्लीकल और जोशना चिनप्पा की महिला युगल जोड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स में आज यहां अपना खिताब का बचाव करने में नाकाम रही और इस तरह से भारत ने स्क्वाश में अपने अभियान का अंत दो सिल्वर मेडल के साथ किया.

चार साल पहले ग्लास्गो में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाली पल्लीकल और चिनप्पा की जोड़ी खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड की जोली किंग और अमांडा लांडर्स मर्फी से 9-11, 8-11 से हार गयी.

भारतीय जोड़ी रेफरी के कुछ फैसलों से साफ तौर पर नाखुश दिख रही थी.

पल्लीकल ने कल मिश्रित युगल फाइनल में भी रेफरिंग पर सवाल उठाये थे जब उन्हें और सौरव घोषाल को आस्ट्रेलिया की डोना उर्कहार्ट और कैमरन पिल्लै से हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था.

अगर पदकों की बात करें तो यह भारतीय स्क्वाश टीम का कॉमनवेल्थ गेम्स में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. स्क्वाश को 1998 में कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल किया गया था.

पल्लीकल और चिनप्पा का 2014 में जीता गया स्वर्ण इन खेलों में भारत का स्क्वाश में पहला पदक भी था. इससे पहले 1998 से 2010 तक भारत स्क्वाश में पदक नहीं जीत पाया था.