नई दिल्ली: आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के दूसरे सेमीफाइनल में आज मेज़बान इंग्लैंड ने एकतरफा मुकाबले में पिछले वर्ल्ड कप की चैम्पियन रही ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट विकेटों से रौंद कर फाइनल में जगह बना ली. पहले अपनी धारदार गेंदबाज़ी के बलबूते इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को बिखेर कर रख दिया और बाद में ऑस्ट्रेलिया के सभी गेंदबाज़ों की खबर लेते हुए इंग्लैंड के बल्लाबाज़ों ने शान से 33 ओवर में ही मैच पर अपना कब्ज़ा जमा लिया. इंग्लैंड की इस जीत से ये भी साफ हो गया कि इस बार दुनिया को नया वर्ल्ड चैम्पियन मिलने जा रहा है. फाइनल में पहुंची न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड में से कोई भी टीम अब तक वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है.
मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की टीम 49 ओवर में 223 रन पर ढेर हो गयी. इंग्लैंड की तरफ से जैसन रॉय (65 गेंदों पर 85) और जॉनी बेयरस्टॉ (43 गेंदों पर 34) ने पहले विकेट के लिए 124 रन जोड़े. बाद में जो रूट (46 गेंदों पर नाबाद 49) और कप्तान इयोन मोर्गन (39 गेंदों पर नाबाद 45) ने तीसरे विकेट के लिए 79 रन की अटूट साझेदारी निभाई, जिससे इंग्लैंड ने 32.1 ओवर में दो विकेट पर 226 रन बनाकर आसान जीत के साथ चौथी बार फाइनल में जगह बनाई. जबकि पांच बार का चैंपियन ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में पराजित हुआ.
इंग्लैंड फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा जिसने पहले सेमीफाइनल में भारत को 18 रन से हराया था. इन दोनों टीमों ने अब तक विश्व कप नहीं जीता है और इसलिए 14 जुलाई को क्रिकेट को नया विश्व चैंपियन मिलना तय है. इंग्लैंड इससे पहले 1979, 1987 और 1992 में फाइनल में पहुंचा था, लेकिन तीनों बार खिताबी मुकाबले में उसे हार मिली थी.
इंग्लैंड की जीत की नींव उसके गेंदबाजों ने रखी जिन्होंने ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम शुरू में लड़खड़ाकर उसका स्कोर तीन विकेट पर 14 रन कर दिया. स्टीवन स्मिथ (119 गेंदों पर 85) ने एलेक्स कैरी (70 गेंदों पर 46) के साथ चौथे विकेट के लिए 103 रन और नौवें नंबर के बल्लेबाज मिशेल स्टार्क (36 गेंदों पर 29) के साथ आठवें विकेट के लिए 51 रन की साझेदारियां की. इनके अलावा ग्लेन मैक्सवेल (23 गेंदों पर 22) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए.
इंग्लैंड के तुरूप के इक्के जोफ्रा आर्चर (32 रन देकर दो) और क्रिस वोक्स (20 रन देकर तीन) ने ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम थर्राया तो लेग स्पिनर आदिल राशिद (54 रन देकर तीन) ने मध्यक्रम लड़खड़ाया.
इसके बाद रॉय और बेयरस्टॉ ने समा बांधा और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया. इन दोनों ने शुरू से हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाई, जिससे किसी भी समय ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण धारदार नहीं दिखा. ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख गेंदबाज स्टार्क ने नौ ओवर में 70 रन लुटाए.
रॉय ने जब हाथ खोले तो उन्हें रोकना नामुमकिन लग रहा था. उन्होंने छठे ओवर में स्टार्क की गेंद पर कलाईयों का इस्तेमाल करके छह रन के लिए भेजी और नाथन लियोन का स्वागत भी छक्के से किया. स्टार्क 15वें ओवर में फिर से आक्रमण पर लगाये गये, लेकिन रॉय के सामने उनकी नहीं चल पाई. आरोन फिंच ने यहां तक कि स्मिथ को भी गेंद सौंपी लेकिन रॉय ने उन पर लगातार तीन छक्के लगाकर पांच बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की हर रणनीति को नाकाम कर दिया.
पहली बार सेमीफाइनल में हारे कंगारू
विश्वकप सेमीफाइनल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को हार देखनी पड़ी है. लीग की नंबर एक और दो टीम फाइनल में जगह नहीं बना पाई. 1992 के बाद पहली बार विश्वकप में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया, इंडिया और न्यूजीलैंड को हराया. 2015 विश्वकप में इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन के बाद टीम में बड़े बदलाव किए गए नए खिलाड़ियों को मौके दिए गए और इस टीम ने खेल में आक्रामकता के नए तेवर गढ़ दिए और पहली बार विश्व चैंपियन बनने से एक कदम दूर है.
स्टार्क ने आखिर में बेयरस्टॉ को पगबाधा करके ऑस्ट्रेलिया को कुछ राहत दिलायी. यह स्टार्क का वर्तमान विश्व कप में 27वां विकेट था जो नया रिकॉर्ड है. इस तरह से उन्होंने हमवतन ग्लेन मैकग्रा (2007 में 26 विकेट) का 12 साल पुराना रिकार्ड तोड़ा.
रॉय शतक के हकदार थे, लेकिन अंपायर कुमार धर्मसेना के गलत फैसले के कारण उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा. पैट कमिन्स की गेंद उनके बल्ले के करीब से निकली और अपील पर अंपायर की उंगली उठ गई. इंग्लैंड के पास रिव्यू नहीं बचा था और रॉय ने फैसले का विरोध भी किया. उन्होंने अपनी पारी में नौ चौके और पांच छक्के लगाए.
रूट और मोर्गन ने हालांकि ऑस्ट्रेलिया की खुशी क्षणिक ही रहने दी और आसानी से रन बटोरकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया. इन दोनों ने अपनी पारियों में आठ आठ चौके लगाये.
इससे पहले आर्चर और वोक्स ने शुरू में घातक गेंदबाजी का शानदार नजारा पेश किया. ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ नहीं चले और टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का उसका फैसला गलत साबित हुआ. आर्चर की पहली गेंद ही इनस्विंगर थी, जिसपर उन्होंने फिंच को ‘गोल्डन डक’ बनाया. फिंच ने पगबाधा के लिये डीआरएस लेकर ऑस्ट्रेलिया का रेफरल भी खराब कर दिया.
वोक्स ने अगले ओवर में बेहतरीन फॉर्म में चल रहे डेविड वॉर्नर (नौ) को स्लिप में बेयरस्टॉ के हाथों कैच कराया. वॉर्नर अचानक उठती गेंद पर शॉट लगाने को लेकर गफलत में पड़ गए थे. इस विश्व कप में पहली बार खेल रहे पीटर हैंडसकांब (चार) शुरू से असहज दिखे. वोक्स ने उनके बल्ले और पैड के बीच से गेंद निकालकर विकेट उखाड़ा.
स्मिथ और कैरी ने विकेट गिरने क्रम रोका. जब वे अच्छी तरह से पारी संभाल रहे थे तब राशिद ने पांच गेंद के अंदर दो झटके देकर ऑस्ट्रेलिया को फिर से बैकफुट पर भेज दिया.
कैरी ने लंबा शॉट खेला, लेकिन वह सीधे मिडविकेट पर खड़े जेम्स विन्से के पास चला गया. राशिद ने इसी ओवर में नये बल्लेबाज मार्कस स्टोइनिस (शून्य) को पगबाधा आउट किया, जिससे स्कोर पांच विकेट पर 118 रन हो गया. मैक्सवेल ने शुरू में संभावनएं दिखाईं, लेकिन आर्चर ने आते ही उन्हें अच्छी लेंथ की धीमी गेंद पर गच्चा देकर कवर पर आसान कैच देने के लिए मजबूर किया.
लगातार विकेट गिरने से स्मिथ दबाव में आ गए थे. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 29वें ओवर के बाद उन्होंने अपना अगला चौका 45वें ओवर में लगाया. स्टार्क ने उनका अच्छा साथ दिया. इस तेज गेंदबाज ने क्रीज पर पांव जमाने के बाद लियाम प्लंकेट पर छक्का भी लगाया.
स्मिथ डेथ ओवरों में रन आउट होकर पवेलियन लौटे. जोस बटलर ने सटीक थ्रो से नॉन स्ट्राइकर छोर पर उनका विकेट उखाड़ा. उन्होंने अपनी पारी में छह चौके लगाए. वोक्स ने अगली गेंद पर स्टार्क को विकेट के पीछे कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया को सम्मानजनक स्कोर तक भी नहीं पहुंचने दिया.